कांटों से भरी राहों पर फिर से चल पड़ा हूं कि रुकना मुनासिब नहीं और चलने को सिर्फ यही राह दिखती है
नकारात्मक लोगो से हमेशा दूर रहना चाहिए क्योंकि उनके पास हर समाधान के लिए एक नया परेशानी रहता है
जब भी आप कुछ हासिल करना चाहते हों अपनी आखें खुली रखिये, ध्यान दें पक्का कर लें क्या जो चाहते थे ये वही है