जहां महफ़िल सजी हो वह मेला होता है जिसका दिल टूटा हो वो तन्हा अकेला होता है

अकेले ही सहना अकेले ही रहना होता है अकेलेपन का हर एक आँसू, अकेले ही पीना होता है

जिनकी की मोहब्बत सच्ची होती है उनके नसीब में दर्द और अकेलापन ही लिखा होता है

आदत बदल गई है वक्त काटने की, हिम्मत ही नही होती दर्द बांटने की

उदास तो बहुत रहे मगर कभी जाहिर नही किया ठीक हूं बस इस लफ्ज़ ने सब संभाल लिया।