वेकफिट IPO दिन 2 : भारतीय IPO मार्केट में होम फर्निशिंग्स सेक्टर का नया नाम वेकफिट इनोवेशंस लिमिटेड आ गया है। बेंगलुरु बेस्ड यह कंपनी, जो ऑनलाइन मैट्रेस, बेड और फर्नीचर बेचती है, अपना IPO लेकर आई है। 8 दिसंबर को खुला यह IPO 10 दिसंबर को बंद होगा। दिन 2 पर सब्सक्रिप्शन महज 21% रहा, जो निवेशकों को सोचने पर मजबूर कर रहा है। GMP ₹5 पर ट्रेड कर रहा है, जो लिस्टिंग गेन की कम उम्मीद दिखा रहा है। अगर आप ‘वेकफिट IPO GMP आज’ या ‘Wakefit IPO review Hindi’ सर्च कर रहे हैं, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए पूरा अपडेट और एनालिसिस लेकर आया है। आइए, जानें कि क्या यह IPO लॉन्ग-टर्म के लिए अच्छा है या रिटेल इनवेस्टर्स को अवॉइड करना चाहिए।
वेकफिट IPO की मुख्य तारीखें: कब खुलेगा, बंद होगा और लिस्टिंग कब?
#वेकफिट IPO 8 दिसंबर 2025 को खुला और 10 दिसंबर को बंद होगा। शेयर अलॉटमेंट 11 दिसंबर को फाइनल होगा, जबकि लिस्टिंग 15 दिसंबर को BSE और NSE पर होगी। आवेदन करने के लिए ASBA प्रोसेस यूज करें – UPI के जरिए रिटेल कैटेगरी में आसानी से अप्लाई कर सकते हैं। लिस्टिंग के बाद शेयर ट्रेडिंग शुरू हो जाएगी। अगर आप रिटेल इनवेस्टर हैं, तो 10% क्वोटा आपके लिए रिजर्व है, लेकिन जल्दी अप्लाई करें क्योंकि सब्सक्रिप्शन धीमी गति से बढ़ रहा है।

प्राइस बैंड, लॉट साइज और इश्यू साइज: कितना निवेश लगेगा?
प्राइस बैंड ₹185 से ₹195 प्रति शेयर रखा गया है। न्यूनतम लॉट साइज 76 शेयरों का है, यानी ऊपरी प्राइस पर कुल निवेश ₹14,820 का होगा। उसके बाद 76 के गुणकों में आवेदन कर सकते हैं। कुल इश्यू साइज ₹1,289 करोड़ का है, जिसमें फ्रेश इश्यू ₹377.18 करोड़ और ऑफर फॉर सेल (OFS) ₹912 करोड़ (4.67 करोड़ शेयर) शामिल है। OFS से प्रमोटर्स जैसे अंकित गर्ग और चैतन्य रामलिंगगौड़ा अपना स्टेक 43.70% से घटाकर 37% करेंगे। अन्य सेलर्स में नितिका गोयल, पीक XV पार्टनर्स, रेडवुड ट्रस्ट, वर्लिन्वेस्ट SA और SAI ग्लोबल इंडिया फंड शामिल हैं। IPO से फंड्स का यूज: ₹31 करोड़ नए COCO स्टोर्स के लिए, ₹15.4 करोड़ मशीनरी पर, ₹161.4 करोड़ लीज/रेंट पर, ₹108.4 करोड़ मार्केटिंग पर और बाकी जनरल कॉर्पोरेट यूज पर। एंकर बुक से ₹186 करोड़ जुटाए गए, जिसमें Steadview Capital, WhiteOak Capital, InfoEdge और Capital 2B (Temasek बैक्ड) ने निवेश किया।
सब्सक्रिप्शन स्टेटस दिन 2: रिटेल में 97%, लेकिन QIB शून्य – क्या उम्मीद?
दिन 1 पर IPO की सब्सक्रिप्शन 15% रही। दिन 2 (9 दिसंबर, सुबह 10:21 IST तक) पर कुल 21% सब्सक्रिप्शन हुआ – 3.63 करोड़ शेयरों के खिलाफ 73.25 लाख शेयरों के लिए बिड्स। कैटेगरी वाइज: रिटेल 97% (अच्छा रुझान), NII 9% और QIB में अभी तक कोई बिड नहीं। एम्प्लॉयी कोटा भी ठंडा रहा। 75% QIB, 15% NII और 10% रिटेल के लिए रिजर्वेशन है। सब्सक्रिप्शन चेक करने के लिए MUFG Intime India Pvt. Ltd. (रजिस्ट्रार) या BSE/NSE वेबसाइट पर PAN डालें। एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिन 3 तक सब्सक्रिप्शन 1-2 गुना हो सकता है, लेकिन QIB की कमी चिंता का विषय है।
GMP आज: लिस्टिंग पर कितना गेन? ₹5 पर डाउनट्रेंड
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) आज ₹5 है, जो ऊपरी IPO प्राइस ₹195 के मुकाबले महज 2.56% प्रीमियम दिखा रहा है। यानी अनुमानित लिस्टिंग प्राइस ₹200 रह सकती है। पिछले नौ सेशंस में GMP का मिनिमम ₹0 और मैक्सिमम ₹36 रहा, जो डाउनट्रेंड का संकेत देता है। GMP लिस्टिंग गेन का इंडिकेटर है, लेकिन मार्केट सेंटिमेंट पर निर्भर। अगर सब्सक्रिप्शन बढ़ा, तो GMP रिकवर हो सकता है, वरना फ्लैट लिस्टिंग की संभावना।
कंपनी ओवरव्यू: वेकफिट कौन है? बिजनेस मॉडल क्या?
वेकफिट इनोवेशंस लिमिटेड एक डिजिटल-फर्स्ट होम सॉल्यूशंस कंपनी है, जो मैट्रेस, बेड, स्लीपिंग सॉल्यूशंस और फर्नीचर बेचती है। 2016 में शुरू हुई यह कंपनी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे वेकफिट.कॉम, अमेजन और फ्लिपकार्ट पर फोकस करती है। प्रमोटर्स अंकित गर्ग (CEO) और चैतन्य रामलिंगगौड़ा ने कंपनी को स्केल किया है। FY25 में रेवेन्यू बढ़ा, लेकिन प्रॉफिट अभी लॉस में है। कंपनी का फोकस ग्रोथ स्ट्रेटजीज, इम्प्रूविंग मार्जिन्स और स्केलेबल मॉडल पर है। इंडस्ट्री ग्रोथ (होम फर्निशिंग्स) के साथ वेकफिट का पोटेंशियल हाई है। मर्चेंट बैंकर: Axis Capital, IIFL Capital Services, Nomura Financial Advisory।
फाइनेंशियल्स: रेवेन्यू ग्रोथ लेकिन लॉस जारी – मजबूत या कमजोर?
FY25 में रेवेन्यू में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई, लेकिन स्पेसिफिक फिगर्स उपलब्ध नहीं। नेट प्रॉफिट लॉस में है, EBITDA मार्जिन लो रहा। नेगेटिव EPS, नेगेटिव रिटर्न ऑन नेट वर्थ और कमजोर फाइनेंशियल स्टेबिलिटी चिंता के विषय हैं। P/S रेशियो FY25 रेवेन्यू पर 5.5x है, जो पीयर्स से हाई वैल्यूएशन दिखाता है। फिर भी, ग्रोथ स्ट्रेटजीज से फ्यूचर इम्प्रूवमेंट की उम्मीद।
रिव्यू और रेकमेंडेशन: अच्छा या बुरा? रिटेल इनवेस्टर्स क्या करें?
- स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट ने ‘AVOID’ रेटिंग दी – वजहें: ऑनगोइंग लॉस, लो EBITDA मार्जिन, लिमिटेड ऑपरेशनल एफिशिएंसी
- हाई मार्केटिंग कॉस्ट्स, नेगेटिव EPS, नेगेटिव RoNW और कमजोर फाइनेंशियल स्टेबिलिटी।
- वैल्यूएशन प्रॉफिटेबिलिटी के खिलाफ हाई है। वहीं, BP इक्विटीज ने ‘SUBSCRIBE’ रेटिंग दी
- ऊपरी प्राइस बैंड ₹195 पर, मीडियम-टू-लॉन्ग टर्म के लिए। वजहें: ग्रोथ स्ट्रेटजीज, इम्प्रूविंग मार्जिन्स, स्केलेबल बिजनेस मॉडल
- और इंडस्ट्री पोटेंशियल। रिटेल इनवेस्टर्स के लिए: अगर लॉन्ग-टर्म होल्डर हैं, तो सब्सक्राइब करें
- ; शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स अवॉइड करें। हमारी सलाह: रिस्क ऐपेटाइट चेक करें।
रिस्क्स: क्या हैं छिपे खतरे?
मुख्य रिस्क्स: कंटीन्यूअस लॉस, लो मार्जिन्स, हाई मार्केटिंग एक्सपेंसेस, नेगेटिव फाइनेंशियल मेट्रिक्स। कॉम्पिटिशन (पेपरलिंट, स्लीपर आदि) और ई-कॉमर्स वोलेटिलिटी भी चैलेंज। OFS से कंपनी को फंड्स कम मिलेंगे, जो ग्रोथ को प्रभावित कर सकता है।
वेकफिट IPO – ग्रोथ का वादा लेकिन रिस्क हाई
- वेकफिट IPO होम फर्निशिंग्स सेक्टर में ग्रोथ स्टोरी है, लेकिन दिन 2 पर 21% सब्सक्रिप्शन और लो GMP
- से सतर्क रहने की जरूरत। लॉन्ग-टर्म इनवेस्टर्स के लिए पोटेंशियल है, लेकिन लॉस और वैल्यूएशन रिस्क्स को नजरअंदाज न करें।
- अपडेट्स के लिए Livemint या NSE चेक करें। क्या आप अप्लाई करेंगे? कमेंट्स में शेयर करें!









