Veere Di Wedding: मॉडर्न महिलाओं की दोस्ती, आज़ादी और समाज की रूढ़ियों को तोड़ती एक बोल्ड कहानी
June 9, 2025 2025-06-09 12:36Veere Di Wedding: मॉडर्न महिलाओं की दोस्ती, आज़ादी और समाज की रूढ़ियों को तोड़ती एक बोल्ड कहानी
Veere Di Wedding: मॉडर्न महिलाओं की दोस्ती, आज़ादी और समाज की रूढ़ियों को तोड़ती एक बोल्ड कहानी
Veere Di Wedding: जानिए फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ की कहानी, किरदार, दोस्ती और महिलाओं की आज़ादी को दिखाने वाली इसकी खासियतें। पढ़ें यह ब्लॉग और समझें क्यों यह फिल्म आज की युवतियों के लिए खास है।
वीरे दी वेडिंग: दोस्ती, आज़ादी और मॉडर्न महिलाओं की कहानी

बॉलीवुड में जब भी गर्ल गैंग, दोस्ती और मॉडर्न सोच की बात होती है, तो 2018 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ (Veere Di Wedding) का नाम जरूर आता है। यह फिल्म चार सहेलियों की जिंदगी, उनकी दोस्ती, रिश्तों और खुद की पहचान की तलाश को बड़े ही दिलचस्प और बोल्ड अंदाज में पेश करती है। आइए जानते हैं इस फिल्म की कहानी, किरदार, खासियतें और इसका समाज पर क्या असर पड़ा।
कहानी की झलक
‘Veere Di Wedding’ की कहानी चार बचपन की सहेलियों – कालिंदी, अवनी, साक्षी और मीरा – के इर्द-गिर्द घूमती है। ये चारों अपनी-अपनी जिंदगी की उलझनों, परिवार के दबाव, रिश्तों की चुनौतियों और समाज की उम्मीदों से जूझ रही हैं। कहानी की शुरुआत कालिंदी (करीना कपूर) की शादी की तैयारियों से होती है, जहां सभी दोस्त सालों बाद मिलती हैं।
हर किरदार की अपनी अलग कहानी है –
- कालिंदी शादी और कमिटमेंट से डरती है,
- अवनी (सोनम कपूर) पर परिवार शादी का दबाव डालता है,
- साक्षी (स्वरा भास्कर) अपनी आज़ादी के लिए समाज से लड़ रही है,
- और मीरा (शिखा तलसानिया) विदेश में शादी कर चुकी है, लेकिन उसे भी अपनी पहचान की तलाश है।
- इनकी दोस्ती, मस्ती, झगड़े और सपोर्ट – सब कुछ फिल्म में बहुत रियल और मज़ेदार अंदाज में दिखाया गया है।
मुख्य किरदार
- करीना कपूर (कालिंदी): एक मॉडर्न लड़की, जो शादी के नाम से घबराती है।
- सोनम कपूर (अवनी): वकील, जो अपनी मां के दबाव में शादी के रिश्ते देखती है।
- स्वरा भास्कर (साक्षी): बेबाक और बिंदास, जो अपनी आज़ादी के लिए समाज से टकराती है।
- शिखा तलसानिया (मीरा): विदेश में बसी, अपनी शादी और पहचान के बीच उलझी।
फिल्म की खासियतें
महिला दोस्ती का जश्न:
बॉलीवुड में अक्सर दोस्ती की कहानियां लड़कों के इर्द-गिर्द घूमती हैं, लेकिन ‘वीरे दी वेडिंग’ ने लड़कियों की दोस्ती को खुलकर दिखाया।
बोल्ड और मॉडर्न सोच:
फिल्म में महिलाओं की आज़ादी, उनकी इच्छाओं, समाज के दोगलेपन और शादी जैसे मुद्दों को बिना डर के दिखाया गया है।
फैशन और स्टाइल:
चारों किरदारों का फैशन, स्टाइल और लुक्स फिल्म की जान है। फिल्म ने यंग लड़कियों के बीच नए ट्रेंड्स सेट किए।
मजेदार डायलॉग्स और मस्ती:
फिल्म में ह्यूमर, इमोशन और मस्ती का जबरदस्त तड़का है। डायलॉग्स आज भी सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं।
संगीत:
‘तारीफां’, ‘वीरे’, ‘भांगड़ा ता सजदा’ जैसे गाने पार्टी प्लेलिस्ट का हिस्सा बन चुके हैं।
समाज पर असर
‘वीरे दी वेडिंग’ ने समाज में महिलाओं को लेकर चली आ रही रूढ़ियों को तोड़ने की कोशिश की।
फिल्म ने दिखाया कि महिलाएं भी अपनी मर्जी से जी सकती हैं,
मस्ती कर सकती हैं और अपनी जिंदगी के फैसले खुद ले सकती हैं।
हालांकि, फिल्म को इसके बोल्ड कंटेंट के लिए आलोचना भी मिली,
लेकिन युवाओं ने इसे खुलकर पसंद किया।
‘वीरे दी वेडिंग’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि आज की महिलाओं की सोच,
आज़ादी और दोस्ती का जश्न है। अगर आप भी अपनी गर्ल गैंग के साथ कुछ मजेदार,
फ्रेश और हटके देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म जरूर देखें।
इसमें जिंदगी को खुलकर जीने और खुद से प्यार करने का मैसेज है –
और यही इसकी सबसे बड़ी खूबसूरती है।