TMKOC अब्दुल 2002 फिल्म TMKOC के अब्दुल ने 2002 की एक फिल्म में किया था रोल, जो बॉक्स ऑफिस पर पूरी तरह फ्लॉप रही। जानिए पूरी कहानी।
टीवी के अब्दुल की 2002 की फ़िल्म ने की केवल 13 लाख की कमाई, जानिए क्या थी असल वजह

टीवी के सबसे लोकप्रिय कॉमेडी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ (TMKOC) में अब्दुल का किरदार निभाने वाले शरद सांकला ने साल 2002 में एक बॉलीवुड फिल्म में भी काम किया था, जो बॉक्स ऑफिस पर पूरी तरह से फेल रही। उस फिल्म का नाम था ‘हम प्यार तुम्हीं से कर बैठे’। यह फिल्म 2002 में रिलीज हुई थी और इनका बजट करीब 1.5 करोड़ रुपये था, मगर फिल्म ने केवल 13 लाख रुपये की कमाई कर पाई थी, जिससे इसे बॉक्स ऑफिस डिजास्टर माना गया।
फिल्म का परिचय और कास्ट
‘हम प्यार तुम्हीं से कर बैठे’ एक रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा फिल्म थी, जिसमें जुगल हंसराज, टीना राणा, सचिन खेड़कर, शरद सांकला और मुश्ताक खान जैसे कलाकारों ने एक्टिंग की थी। शरद सांकला, जो अब TMKOC में अब्दुल के रूप में जाने जाते हैं, ने इस फिल्म में भी खास भूमिका निभाई थी। इस फिल्म को मोहन सिंह राठौर ने डायरेक्ट किया था और अजित कुमार बड़जात्या के प्रोडक्शन में बनी थी।
फिल्म के खराब बॉक्स ऑफिस परफॉर्मेंस की वजह
फिल्म को भारी बजट में बनाया गया था लेकिन यह दर्शकों को आकर्षित नहीं कर सकी। पहले दिन मात्र 1 लाख रुपये की कमाई, और पहले वीकेंड में कुल 3.5 लाख रुपये की कमाई ने दर्शाया कि फिल्म दर्शकों के बीच लोकप्रिय नहीं हुई। कमाई की इतनी गिरावट के चलते यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर गंभीर रूप से फ्लॉप साबित हुई।
TMKOC के अब्दुल यानी शरद सांकला की एक्टिंग जर्नी
शरद सांकला को TMKOC में अब्दुल के किरदार के लिए बेहद प्यार मिला है, और वे आज टीवी के सबसे पहचाने जाने वाले कॉमेडीयन में गिने जाते हैं। हालांकि, उनकी फेम की शुरुआत फिल्मों से नहीं बल्कि लंबे समय तक छोटे-छोटे रोल्स से हुई।
उनकी इस फिल्म में काम करने का समय भी इंडस्ट्री में आने की शुरुआती दौर की बात है, जब उन्हें ज्यादा मौका नहीं मिलता था।
क्या यह 2002 की फिल्म शो की प्रसिद्धि के पहले की कहानी है?
- यह फिल्म शरद सांकला के करियर के शुरुआती दौर की कहानी को दर्शाती है
- जब उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत छोटे बजट की फिल्मों से की थी।
- TMKOC की सफलता के बाद,
- वे टीवी इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाने में कामयाब रहे।
- अब वे न केवल सफल अभिनेता हैं बल्कि दो रेस्टोरेंट्स के मालिक भी हैं,
- जिससे उनकी जिंदगी में अच्छी तरक्की आई है।
निष्कर्ष
- शरद सांकला का यह सफर बताता है कि सफलता अचानक नहीं मिलती
- बल्कि संघर्ष और मेहनत से होती है। ‘हम प्यार तुम्हीं से कर बैठे’ फिल्म के बावजूद,
- शरद ने अपने अभिनय और कॉमेडी के जरिए खुद को एक अलग मुकाम पर पहुंचाया।
- TMKOC में ‘अब्दुल’ का किरदार उन्हें असली पहचान दिलाने में मददगार साबित हुआ।
- यह कहानी उन कलाकारों के लिए प्रेरणा है जो लगातार मेहनत से अपने सपनों को सफल बनाना चाहते हैं।












