दिन का चौघड़िया : शुभ मुहूर्त, समय, प्रकार, महत्व और हिंदू ज्योतिष में इसकी भूमिका चौघड़िया चार्ट!
June 8, 2025 2025-06-08 5:19दिन का चौघड़िया : शुभ मुहूर्त, समय, प्रकार, महत्व और हिंदू ज्योतिष में इसकी भूमिका चौघड़िया चार्ट!
दिन का चौघड़िया : शुभ मुहूर्त, समय, प्रकार, महत्व और हिंदू ज्योतिष में इसकी भूमिका चौघड़िया चार्ट!
दिन का चौघड़िया : हिंदू धर्म और भारतीय ज्योतिष परंपरा में, मुहूर्त यानी शुभ समय का विशेष महत्व है। कोई भी मांगलिक कार्य, जैसे विवाह, गृहप्रवेश, नया व्यवसाय शुरू करना, यात्रा या पूजा-पाठ, हमेशा शुभ मुहूर्त में ही किया जाता है। इन्हीं शुभ समयों को चौघड़िया के माध्यम से निर्धारित किया जाता है। चौघड़िया दिन और रात को आठ-आठ भागों में बाँटता है, जिसमें हर भाग लगभग 1.5 घंटे (90 मिनट) का होता है। इस तरह, एक दिन में 16 चौघड़िया होती हैं, जिनमें से आठ दिन के समय और आठ रात के समय की होती हैं।
चौघड़िया क्या है?

चौघड़िया के प्रकार और उनका अर्थ
चौघड़िया मुख्यतः सात प्रकार की होती हैं, जिनका अपना-अपना महत्व है:
अमृत: यह सबसे शुभ चौघड़िया मानी जाती है। इस समय में कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है। विवाह, गृहप्रवेश, नया व्यापार शुरू करना, पूजा-पाठ, यात्रा आदि सभी कार्य अमृत चौघड़िया में करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं।
शुभ: इस चौघड़िया में भी सभी मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं। यह भी अत्यंत शुभ मानी जाती है।
लाभ: यह चौघड़िया व्यापार, नौकरी, लेन-देन, संपत्ति खरीदने-बेचने जैसे कार्यों के लिए विशेष रूप से शुभ होती है।
चर/चाल: यात्रा, वाहन या मशीन से जुड़े कार्यों के लिए यह चौघड़िया उत्तम मानी जाती है।
उद्वेग: इस समय स्थायी या जमीन से जुड़े कार्य करने चाहिए। अन्य शुभ कार्यों के लिए यह उपयुक्त नहीं मानी जाती।
रोग: इस चौघड़िया में रोगियों को ठीक होने पर स्नान करना चाहिए, अन्यथा अन्य शुभ कार्य नहीं करने चाहिए।
काल: यह चौघड़िया धन संग्रह या भंडारण के लिए उपयुक्त है, लेकिन अन्य शुभ कार्यों के लिए नहीं।
चौघड़िया का महत्व
#चौघड़िया का उपयोग मुख्य रूप से यात्रा, विवाह, गृहप्रवेश, व्यापार शुरू करने, पूजा-पाठ, हवन, संपत्ति खरीदने-बेचने जैसे शुभ कार्यों के लिए किया जाता है। ज्योतिष के अनुसार, शुभ चौघड़िया में कार्य शुरू करने से सफलता और सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं, अशुभ चौघड़िया में कार्य करने से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें कार्य में बाधा या नकारात्मक परिणाम आने की आशंका रहती है।
चौघड़िया और ग्रह प्रभाव
#चौघड़िया मुहूर्त का संबंध ग्रहों से भी है। शुक्र, बुध, चंद्रमा और बृहस्पति के प्रभाव वाली चौघड़िया को शुभ माना जाता है, जबकि सूर्य, मंगल और शनि के प्रभाव वाली चौघड़िया को अशुभ माना जाता है। इसलिए, शुभ कार्यों के लिए शुभ ग्रहों वाले मुहूर्त का चयन किया जाता है।
चौघड़िया का दैनिक चार्ट
दिन के चौघड़िया का चार्ट हर दिन अलग होता है। नीचे एक उदाहरण दिया गया है:
समय | रविवार | सोमवार | मंगलवार | बुधवार | गुरुवार | शुक्रवार | शनिवार |
---|---|---|---|---|---|---|---|
6:01-7:30 | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चर | काल |
7:31-9:00 | चर | काल | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ |
9:01-10:30 | लाभ | शुभ | चर | काल | उद्वेग | अमृत | रोग |
10:31-12:00 | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चर | काल | उद्वेग |
12:01-1:30 | काल | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चर |
1:31-3:00 | शुभ | चर | काल | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ |
3:01-4:30 | रोग | लाभ | शुभ | चर | काल | उद्वेग | अमृत |
4:31-6:00 | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चर | काल |
दिन का चौघड़िया हमारे जीवन में शुभ कार्यों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह न केवल हमारी परंपरा का हिस्सा है, बल्कि इसका वैज्ञानिक और ज्योतिषीय महत्व भी है। शुभ चौघड़िया में कार्य करने से सफलता और सकारात्मकता मिलती है। इसलिए, कोई भी महत्वपूर्ण कार्य शुरू करने से पहले चौघड़िया देखना चाहिए।