शशि थरूर कांग्रेस बयान : कांग्रेस सांसद और दिग्गज नेता ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी आज पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो चुकी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मजबूती पार्टी के रणनीतिक समायोजन और भाजपा की विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ एक जवाबी कार्रवाई का परिणाम है। थरूर ने भाजपा की नीतियों को कट्टर और सामयिक प्रतिकूल बताया है, जिनका मुकाबला करने के लिए अधिक सशक्त और वामपंथी होना पड़ा।
कांग्रेस की मजबूती का कारण
शशि थरूर ने कहा कि पिछली कुछ वर्षों में कांग्रेस पार्टी ने अपने दृष्टिकोण में बदलाव किया है। पहले कांग्रेस मध्यमार्गी पार्टी माना जाती थी, जो कभी-कभी भाजपा की कुछ नीतियों से भी प्रेरित होती थी। लेकिन वर्तमान में पार्टी ने वामपंथी विचारधारा को अपनाकर भाजपा के विभाजन और कट्टरपंथ की राजनीति का मुकाबला करने की रणनीति बनाई है। इसके तहत कांग्रेस ने विभिन्न वामपंथी दलों के साथ गठबंधन कर करोड़ों मतदाताओं के बीच एकजुटता का संदेश पहुंचाया है।

थरूर ने यह भी कहा कि यह रणनीतिक समायोजन पार्टी को केवल विचारधारात्मक रूप से ही नहीं बल्कि राजनीतिक व्यवहार में भी बदलाव के साथ आगे बढ़ा रहा है। इसका परिणाम यह हुआ कि कांग्रेस पार्टी पहले से कहीं ज्यादा मजबूत व सक्रिय प्रदर्शन कर रही है।
भाजपा की नीतियों पर कसा निशाना
शशि थरूर का मानना है कि भाजपा की “विभाजनकारी राजनीति” ने समाज में बहुत बड़े फूट पैदा कर दिए हैं। उन्होंने भाजपा की नीतियों को जोर शोर से सवालों के घेरे में लिया और कहा कि भाजपा द्वारा अपनाई गई नीतियों ने देश की सामाजिक एकता को खतरे में डाल दिया है। थरूर ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह छठे और भीतरी वर्गों के बीच मतभेद पैदा करने की रणनीति अपना रही है, जिससे सत्ता का असली मकसद छिपा रहा है।
थरूर की इस आलोचना में यह भी शामिल है कि भाजपा वर्तमान में केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर अपने शासन में जनकल्याण की अपेक्षित नीतियों में विफल रही है। विशेष रूप से आर्थिक और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर भाजपा सरकार पर कटु व्यंग्य किया गया।
थरूर की पार्टी के अंदर भी चिंता
हालांकि शशि थरूर ने कांग्रेस की मजबूती की बात की है, वे यह भी स्वीकार करते हैं कि पार्टी के अंदर कुछ चुनौतियां मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि पार्टी में विचारधाराओं के बीच टकराव हो सकता है, लेकिन यह टकराव स्वस्थ लोकतंत्र का हिस्सा है और पार्टी को और ज्यादा बेहतर बनाएगा। उन्होंने गांधी परिवार की भूमिका का भी जिक्र करते हुए कहा कि अब पार्टी को वंशवाद से ऊपर उठकर योग्यता और सिद्धांतों पर फोकस करना होगा।
शशि थरूर की राजनीतिक छवि
#शशि थरूर अपने बयानों के कारण अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। वे कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति में एक स्वतंत्र आवाज़ के रूप में माने जाते हैं, जो पार्टी की पुरानी सीमाओं से बाहर जाकर नई रणनीति और सोच का पक्षधर हैं। पूर्व विदेश सचिव और अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिज्ञ के रूप में थरूर का अनुभव राजनीति में उनके प्रभाव को बढ़ाता है। उन्होंने कई बार पार्टी की नीतियों और भारतीय लोकतंत्र के मुद्दों पर खुले और साहसिक विचार रखे हैं।
शशि थरूर का बयान स्पष्ट करता है कि कांग्रेस पार्टी ने भाजपा की विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ एक मजबूत और सक्रिय विरोध के रूप में खुद को पुनः स्थापित किया है। पार्टी ने अपने राजनीतिक दृष्टिकोण को और अधिक वामपंथी बनाकर सामाजिक न्याय और एकता को पूरा करने का प्रयास किया है। थरूर की आलोचना भाजपा की नीतियों पर केंद्रित है, जो उन्होंने देश में सामाजिक और आर्थिक असमानताओं को बढ़ाने वाली बताया है।






