दिल से निकली शायरी: Love Romantic Shayari in Hindi
October 1, 2024 2024-10-01 7:10दिल से निकली शायरी: Love Romantic Shayari in Hindi
दिल से निकली शायरी: Love Romantic Shayari in Hindi
Introduction: Romantic Shayari
जब लफ्ज़ नहीं मिलते, त
ब शायरी कहती है सब कुछ!
रोमांटिक शायरी के ज़रिए अपने दिल के
जज़्बातों को बेहतरीन ढंग से पेश करें।
दिल की बातें: Love Romantic Shayari in Hindi
मोहतरमा आज हम फिर तुम्हारी यादों में बह गए,
चाय पूरी पी ली मगर बिस्कुट रह गए
अगर मेरे पास दुनियां की सारी खुशियां होंगी,
उस वक्त भी मुझे खुवाइश तेरी ही रहेगी
वो मोहब्बत झुटी कैसे हो सकती है,
जो शुरू ही दूरियो से हुई हो
प्रेम में डूबा हुआ ह्रदय उतना ही पवित्र है,
जितना गंगा जल में डूबा हुआ कलश
मुझे क्या पता तेरे सिवा कोई हसीन है या नही,
मैने तेरे सिवा किसी और को देखा ही नहीं
आज फिर किसी ने देखा हमे मोहब्बत भरी निगाहों से,
आज फिर हमने तुम्हारी खातिर नजरे झुका ली
चांद जैसी है वो इंतजार बहुत कराती है,
पर उसके आते ही मेरे आसमान की रौनक बढ़ जाती है
मैने तो यूं ही राख में फेरी थी उंगलियां,
देखा जो गोर से तेरी तस्वीर बन गई
टाइम लगेगा तो भी चलेगा,
लेकिन Wait तो हम आपका ही करेंगे
अपने प्यार को जताएं: Love Romantic Shayari in Hindi
एक शख्स मेरे दिल की जिद है ना उस जैसा कोई चाहिए,
ना उसके सिवा कोई चाहिए बस वही चाहिए
तुमसे सच्ची मोहब्बत है जान,
वरना ये दिल सबको देख कर नही धड़कता
उससे इतना ज्यादा प्यार हो गया है की,
हर जगह अब बस वही दिखाई देते है
हर किसी के लिए नही तरशते हम,
एक ही शख्स है जिसे हम बेइंतहां प्यार करते है
लोग कहते है लड़के साथ नही देते,
मेरे साथ मिलकर लोगो को गलत साबित कर पाओगे क्या
कुछ खास तो नही किया मैने तुम्हारे लिए,
हां प्यार बहुत करते हैं तुमसे
प्यार भरी शायरी: Love Romantic Shayari in Hindi
उनका कोई जवाब ना आए तो क्या करे,
दिल बार बार उनको ही चाहे तो क्या करें
तुम अंदर तक बसे हो मेरे,
तुम्हे भूलने के लिए मुझे मौत का सहारा लेना पड़ेगा
तेरे सिवा किसी और के कैसे हो सकते है,
तुम खुद ही सोचो तुम्हारे जैसा कोई है क्या
ख्याल रक्खा करो अपना,
मेरे पास तुम्हारे जैसा कोई नहीं है
कितनी गोर से देखा होगा मेरी आंखो ने,
के तुम्हारे बाद कोई चेहरा अच्छा ही नहीं लगता
मैं चाहूं तो देख लू तेरे अलावा भी कोई,
पर आंखे वफादार, ये दगा नही करती
ये सारी दुनिया चाहे लाख खूबसूरत हो,
तू साथ नहीं तो हर मंजर अधूरा है
चाहे वह कितनी भी तकलीफ दे फिर भी,
सुकून उसी के पास मिलता है
तेरे होते हुए भी गिरते हैं मेरे आंसू,
तू सोच तेरे बाद मेरा हाल क्या होगा
तेरी पल पल की खबर मिलती है,
एक परिंदे से दोस्ती है मेरी
तुम आखिरी हसरत हो,
तुम्हारे बाद, प्यार, जिस्म, सुकून, नींद, दौलत, कुछ भी नही चाहिए
तेरे दीदार की खातिर आते हैं तेरी गलियों में,
वरना आवारगी के लिए तो पूरा शहर पड़ा है
पहली मुलाकात मुझे आज भी याद है,
उसे देर हो रही थी, फिर भी उसने हाथ पकड़ रखा था
अच्छा लगता है तेरे ख्यालों में खो जाना,
जैसे दूर होके भी तेरी बाहों में सो जाना
बात खत्म होगी कब्र की मिट्टी पर,
हम तुम्हे जिंदा भूल नहीं सकते