Saiyaara उस प्यार की कहानी जो मुकम्मल न हो सकी! 2025 का सबसे इमोशनल ड्रामा Saiyaara अब सिर्फ फिल्म नहीं एहसास है!
July 21, 2025 2025-07-21 13:34Saiyaara उस प्यार की कहानी जो मुकम्मल न हो सकी! 2025 का सबसे इमोशनल ड्रामा Saiyaara अब सिर्फ फिल्म नहीं एहसास है!
Saiyaara उस प्यार की कहानी जो मुकम्मल न हो सकी! 2025 का सबसे इमोशनल ड्रामा Saiyaara अब सिर्फ फिल्म नहीं एहसास है!
Saiyaara : सैयारा’ 2025 की सबसे चर्चित भावनात्मक ड्रामा फिल्म है, जिसे मोहित सूरी ने निर्देशित किया है। यह कहानी है वाणी बत्रा (अनीत पड्डा), एक संवेदनशील जर्नलिस्ट और कवयित्री की जिसे जिंदगी के अहम मोड़ पर गहरा धोखा मिलता है। उसकी शादी उसके प्रेमी महेश द्वारा ऐन मौके पर तोड़ दी जाती है, जिसके बाद वाणी गहरे दुःख और अकेलेपन से जूझती है!
Saiyaara – सिर्फ नाम नहीं एक अधूरी दास्तान वो लम्हा जो रह गया बस कहानी बनकर!

सैयारा” (Saiyaara), जिसका अर्थ होता है ‘सितारा’ या ‘ब्रह्मांड का यात्री’, यहाँ एक अधूरी मोहब्बत या अधूरे रिश्ते का प्रतीक बन जाता है। ये नाम कोई साधारण शब्द नहीं, बल्कि एक पूरा एहसास, एक अधूरी दास्तान है जो समय की धूल में कहीं खो गई, मगर यादों में अब भी चमकता है।
सिनेमा महज़ एक माध्यम नहीं, एक जादू है जो दिल को छू जाता है। 2025 में रिलीज़ हुई फिल्म Saiyaara इस जादू की सबसे नई मिसाल है। यह सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि एक ऐसा भावनात्मक सफर है जो देखने वालों को अंदर तक झकझोर कर रख देता है। “वो प्यार जो मुकम्मल न हो सका”, इस थीम पर बनी फिल्म Saiyaara एक अधूरी मोहब्बत की ऐसी इबारत है जिसे लिखा तो गया है, लेकिन कभी पूरा किया नहीं गया।
अधूरी मोहब्बत की पूरी कहानी

Saiyaara की कहानी दो किरदारों – आरव और ज़ारा की है। एक ऐसा मिलन जो वक्त के जाल में उलझ गया। आरव, एक सीरियस और लो-प्रोफाइल फोटोग्राफर, वहीं ज़ारा एक आज़ाद खयाल और निडर लेखिका। दोनों की मुलाकात किसी फिल्मी सीन से कम नहीं लगती और उनका रिश्ता धीरे-धीरे दोस्ती से प्यार में बदलता है। लेकिन कहते हैं न, प्यार की राह हमेशा आसान नहीं होती। Saiyaara इसी मुश्किल सफर से गुज़रती मोहब्बत की दास्तान है।
रिश्ते की जद्दोजहद, हालात की तल्ख़ियाँ, और वक्त की बेरहमी ने आखिरकार दोनों को एक-दूसरे से दूर कर दिया। फिल्म इस टूटते-बनते रिश्ते को इतनी खूबसूरती से बयां करती है कि हर दर्शक खुद को कहीं न कहीं इस कहानी से जुड़ा हुआ महसूस करता है।
निर्देशन और प्रदर्शन

फिल्म के निर्देशक अदिति मेहरा ने Saiyaara को जिस संवेदनशीलता और गहराई से पर्दे पर उतारा है
वो काबिले तारीफ़ है। हर सीन, हर डायलॉग, हर साइलेंस
सब कुछ इस कहानी को और भी दिल के करीब ले आता है।
आरव का किरदार निभा रहे विवेक आनंद ने अपनी आँखों से वो दर्द बयां किया है जो शब्दों में मुश्किल होता है
और ज़ारा की भूमिका में तृषा सेनगुप्ता एकदम जीवंत नजर आती हैं।
संगीत – दिल की आवाज़
फिल्म का म्यूजिक खासतौर पर तारीफ के काबिल है। “Saiyaara Re” और “Waqt Ne Kaha”
जैसे गानों ने फिल्म की भावना को और गहराई दी है।
इन गानों को सुनकर न सिर्फ आँखें नम हो जाती हैं
बल्कि दिल बार-बार उसी अधूरी मोहब्बत की गहराई में उतर जाता है।
क्यों देखें Saiyaara
Saiyaara उन लोगों के लिए है जिन्होंने कभी किसी को
चाहा हो लेकिन वक्त या हालात उन्हें साथ न ला सके।
ये फिल्म प्यार के उस पहलू को उजागर करती है जिसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है
अधूरापन। और वही अधूरा एहसास इस फिल्म का सबसे खूबसूरत पहलू बनकर उभरता है।
2025 की सबसे इमोशनल ड्रामा फिल्म Saiyaara सिर्फ एक प्रेमकहानी नहीं बल्कि एक आइना है
जो आपको आपके खुद के रिश्तों और एहसासों से रूबरू कराता है। ये फिल्म देखना एक अनुभव है
एक सफर है और सबसे बढ़कर – एक एहसास है जो देखने के बाद भी बहुत देर तक आपके साथ रहता है।