Sonia Gandhi Birthday 2025 : भारतीय राजनीति में आज एक ख़ास दिन है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी अपना 79वां जन्मदिन मना रही हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं और लिखा – “सोनिया गांधी जी को जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई। ईश्वर उन्हें लंबी आयु और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करें।”
पीएम मोदी का संदेश क्यों है खास?
राजनीतिक मतभेदों के बावजूद पीएम मोदी का यह संदेश भारतीय लोकतंत्र की परिपक्वता को दर्शाता है। विपक्ष की सबसे बड़ी नेता को व्यक्तिगत स्तर पर सम्मान देना एक सकारात्मक उदाहरण है। यह संदेश न सिर्फ सोनिया गांधी के प्रति शिष्टाचार दिखाता है, बल्कि देश की जनता को भी यही संदेश देता है कि राजनीति में भी मानवीयता सबसे ऊपर होनी चाहिए।

सोनिया गांधी कौन हैं? एक संक्षिप्त परिचय
सोनिया गांधी का जन्म 9 दिसंबर 1946 को इटली के छोटे से शहर लुसियाना में हुआ था। मूल नाम एडविज सोनिया मैनो। 1968 में राजीव गांधी से शादी के बाद वे भारत आईं और गांधी परिवार का हिस्सा बनीं। इंदिरा गांधी की बहू, राजीव गांधी की पत्नी और राहुल-प्रियंका की मां के रूप में उन्होंने भारतीय राजनीति के सबसे प्रभावशाली परिवार की विरासत को आगे बढ़ाया।
राजनीति में प्रवेश और ऐतिहासिक योगदान
1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद सोनिया गांधी लंबे समय तक राजनीति से दूर रहीं। लेकिन 1997-98 में जब कांग्रेस संकट में थी, तब उन्होंने कमान संभाली।
- 1998 में कांग्रेस अध्यक्ष बनीं
- 1999 में विदेशी मूल के विवाद के बावजूद पद पर बनी रहीं
- 2004 और 2009 में यूपीए की दो लगातार जीत
- मनरेगा, खाद्य सुरक्षा कानून, सूचना का अधिकार जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं की नींव
सोनिया गांधी सबसे लंबे समय तक (1998-2017) कांग्रेस अध्यक्ष रहीं।
विदेशी मूल का विवाद और फिर भी स्वीकार्यता
1999 में शरद पवार, पीए संगमा और तारिक अनवर ने उनकी विदेशी उत्पत्ति पर सवाल उठाया था। इसके जवाब में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) बनी। लेकिन सोनिया गांधी ने इस्तीफा देने की पेशकश की और पार्टी कार्यकर्ताओं के भारी समर्थन से फिर अध्यक्ष बनीं। जनता ने भी उन्हें स्वीकार किया और दो बार सत्ता सौंपी।
स्वास्थ्य और वर्तमान भूमिका
- हाल के वर्षों में स्वास्थ्य कारणों से सोनिया गांधी ने सक्रिय चुनावी राजनीति से दूरी बनाई।
- 2024 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन राज्यसभा सांसद के रूप में सक्रिय हैं।
- कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष के रूप में वे अभी भी राहुल गांधी
- प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ मिलकर पार्टी को दिशा दे रही हैं।
गांधी परिवार की विरासत को संभालने वाली महिला
इटली से दिल्ली तक का सफर आसान नहीं था। हिंदी भाषा, भारतीय संस्कृति और राजनीति की जटिलता – सब कुछ नया था। फिर भी सोनिया गांधी ने न सिर्फ खुद को ढाला, बल्कि गांधी-नेहरू परिवार की चौथी पीढ़ी को भी तैयार किया। आज राहुल और प्रियंका उनके दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं।
एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व
- सोनिया गांधी का जीवन संघर्ष, त्याग और सेवा की अनूठी मिसाल है। विदेशी मूल की महिला ने
- भारतीय राजनीति में जो मुकाम हासिल किया, वह अपने आप में ऐतिहासिक है।
- पीएम मोदी की शुभकामनाएं इस बात की याद दिलाती हैं
- कि राजनीतिक दुश्मनी के ऊपर भी इंसानियत बाकी रहनी चाहिए।










