बिहार महिला क्रिकेट जीत पीएम मोदी ने बिहार महिला क्रिकेट टीम की शानदार जीत पर बधाई दी और कांग्रेस पर तीखा राजनीतिक प्रहार किया। खेल और सियासत दोनों सुर्खियों में रहे।
बिहार महिला क्रिकेट की शानदार जीत इतिहास, जश्न और प्रेरणा

2025 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया जब उसने पहली बार ICC महिला क्रिकेट विश्व कप का खिताब अपने नाम किया। बिहार की बेटियों ने इस जीत में अहम भूमिका निभाई, जिससे राज्य और पूरे देश में जश्न का माहौल बना। इस जीत ने न सिर्फ खेल बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी बड़ा संदेश दिया।
ऐतिहासिक जीत की कहानी
2 नवंबर, 2025 को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 298 रन बनाए और विपक्ष टीम को 246 रन पर ऑलआउट कर दिया। भारत के लिए शेफाली वर्मा ने 87 रन बनाए और दीप्ति शर्मा ने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन दिखाया; दीप्ति ने 5 विकेट भी लिए और उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर के नेतृत्व में खिलाड़ियों ने एकजुट होकर मेहनत और जज्बे का प्रदर्शन किया।
बिहार की बेटियों का योगदान
बिहार के छतरपुर जिले के घुवारा गांव की क्रांति गौड़ इस विजेता टीम का हिस्सा रहीं; उनके गांव में जीत के बाद जश्न मनाया गया। क्रांति ने पूरे टूर्नामेंट में 6 मैच खेले और 9 विकेट लेकर अपनी टीम को नई ऊँचाई दी। बिहार की कई युवा खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत और हुनर से देश का गौरव बढ़ाया, जिससे राज्य के हजारों लड़कियों को खेल को करियर के रूप में चुनने की प्रेरणा मिली।
राज्य और देश में जश्न
बिहार के हर जिले में भारतीय महिला क्रिकेट टीम के वर्ल्ड कप जीतने की खबर फैलते ही लोग सड़कों पर उतर आए। पटना, दरभंगा, भागलपुर, गया जैसे शहरों में नागरिकों ने आतिशबाजी और विजय जुलूस निकाले। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने टीम को बधाई देते हुए कहा, “इस जीत ने फिर साबित कर दिया कि बिहार की बेटियाँ देश का गौरव हैं”।
राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, क्रिकेट लिजेंड सचिन तेंदुलकर समेत कई नामचीन हस्तियों ने ट्वीट कर महिला टीम और बिहार की बेटियों को बधाई दी। BCCI ने महिला टीम को 51 करोड़ रुपये इनाम देने की घोषणा की। महिलाओं को पुरुष टीम के समान वेतन मिलने का फैसला भी इस जीत के बाद लागू हुआ, जिससे भारतीय महिला क्रिकेट एक नई ऊँचाई पर पहुँचा।
सामाजिक संदेश और नई उम्मीद
महिला क्रिकेट की इस जीत ने न केवल खेल बल्कि समूचे समाज में बड़ा बदलाव लाया।
बिहार व देश में हजारों युवा बेटियों के लिए यह जीत उम्मीद और सपनों की नई उड़ान है।
नेताओं और समाजसेवियों ने कहा कि अब गांव-कस्बों की लड़कियाँ भी
अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर बिहार का नाम रोशन करेंगी।
निष्कर्ष
बिहार महिला क्रिकेट टीम की जीत ने पूरी
दुनिया में भारतीय महिला शक्ति,
खेल कौशल और टीम वर्क की मिसाल पेश की है।
यह ना सिर्फ राज्य के लिए गौरव का विषय है,
बल्कि देश की बेटियों के लिए प्रेरणादायक भी है।
आने वाले वर्षों में बिहार से और भी
लड़कियाँ राष्ट्रीय टीम तक पहुँचेंगी,
यह उम्मीद अब और मजबूत हो गई है।












