Persistent Systems AI strategy : Persistent Systems ने Q2 FY26 में अपने शानदार वित्तीय प्रदर्शन से बाजार में हलचल मचा दी है। इस तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 45.1% की जबरदस्त वृद्धि के साथ ₹471.4 करोड़ रहा, जबकि इसकी कमाई $406.2 मिलियन पहुंची, जो साल-दर-साल 17.6% बढ़ोतरी दर्शाती है। कंपनी के ईबीआईटी मार्जिन में भी सुधार हुआ है, जो अब 16.3% पर हैं। इस मजबूत प्रदर्शन के चलते CLSA और JPMorgan जैसे अग्रणी ब्रोकरेज हाउसेस ने Persistent Systems के स्टॉक टारगेट को ऊंचा किया है। इस ब्लॉग में इसके कारण, विश्लेषकों की राय, कंपनी की AI रणनीति, और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से जानकारी दी गई है।
Persistent Systems के Q2 FY26 के प्रमुख वित्तीय आँकड़े

कंपनी ने इस तिमाही में $406.2 मिलियन का राजस्व दर्ज किया, जो पिछली तिमाही की तुलना में 4.2% और वर्ष-दर-वर्ष 17.6% अधिक है। भारतीय रुपये में इसका राजस्व ₹3,580.7 करोड़ था, जो तिमाही के आधार पर 7.4% बढ़ा। कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट भी 45.1% की वृद्धि के साथ ₹471.4 करोड़ पर पहुंच गया। ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBIT) ₹583.7 करोड़ हुआ, जो 16.3% के मार्जिन के साथ कंपनी के बेहतर संचालन को दर्शाता है।
Persistent Systems ने कुल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (TCV) में $609.2 मिलियन और एनुअल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (ACV) में $447.9 मिलियन की वृद्धि दर्ज की। कंपनी के CEO संदीप कालरा ने बताया कि AI आधारित प्लेटफॉर्म और गहरे डोमेन एक्सपर्टीज़ कंपनी की सफलता के मुख्य स्तंभ हैं।
CLSA और JPMorgan का विश्लेषण और टारगेट प्राइस अपडेट
- CLSA ने Persistent Systems के Q2 परिणामों की समीक्षा के बाद कंपनी के स्टॉक का टारगेट
- प्राइस ₹8,270 तक बढ़ा दिया है। CLSA का अनुमोदन है कि FY25-27 के बीच कंपनी की डॉलर आधारित
- आय में 21% की वार्षिक वृद्धि होगी। वहीं, JPMorgan ने भी इस
- तकनीकी कंपनी के स्टॉक के मूल्यांकन को उच्च रखा है
- और इसे सबसे महंगा टेक स्टॉक माना है। विश्लेषकों ने ऑपरेटिंग मार्जिन में सुधार, बेहतर हॉर्वेस्ट
- और सफल ऑफशोर ट्रांजिशन को इसके पीछे मुख्य कारण बताया है।
बाजार प्रतिक्रिया और भविष्य की उम्मीदें!
- Q2 नतीजों की घोषणा के बाद Persistent Systems के शेयर NSE पर 6.4% तक बढ़कर ₹5,680 हो गए।
- निवेशकों ने कंपनी के वित्तीय सुधार और AI-फोकस्ड बिजनेस मॉडल को उत्साह से स्वीकार किया। कंपनी
- की भविष्य की योजनाओं में AI और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर अधिक निवेश करना शामिल है
- जिससे यह उम्मीद रखी जा रही है कि Persistent Systems आने वाले वर्षों में भी निरंतर विकास करेगा।
Persistent Systems का मानना है कि अगले 2-3 तिमाहियों में अमेरिकी बाजार में मांग में सुधार होगा, और वैश्विक आर्थिक अनिश्चयता कम होगी। ये सब कंपनी के लिए मजबूत विकास की दिशा में संकेत हैं।
- Persistent Systems ने Q2 FY26 में अपने मजबूत वित्तीय और परिचालन परिणामों से दिखा दिया
- कि वह तेजी से विकसित हो रहा एक प्रमुख आईटी सेवा प्रदाता है। CLSA और JPMorgan जैसे ब्रोकरेज हाउस
- के टारगेट प्राइस में बढ़ोतरी इस बात का प्रमाण है कि बाजार भी कंपनी की दीर्घकालिक सफलता पर विश्वास करता है।
- AI और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर जोर देकर Persistent Systems ने अपनी प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति
- और बेहतर कर शेयरहोल्डर्स के लिए मूल्य सृजन जारी रखने की योजना बनाई है।