परेश रावल गुस्सा विवाद परेश रावल का गुस्सा फूटा जब एक शख्स ने वल्गर कमेंट किया। अभिनेता ने सरेआम उसे पत्थर मारा, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल.
परेश रावल गुस्सा विवाद: परेश रावल का गुस्सा फूटा! वल्गर कमेंट करने वाले युवक पर सरेआम बरसी नाराजगी, सोशल मीडिया पर मचा हंगामा

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता परेश रावल अपने गंभीर और हास्य दोनों तरह के किरदारों के लिए जाने जाते हैं। लेकिन हाल ही में उनका एक ऐसा रूप सामने आया जिसने सबको चौंका दिया। बताया जा रहा है कि परेश रावल ने एक व्यक्ति को सरेआम पत्थर मार दिया, जिसने सोशल मीडिया पर उनके परिवार और निजी जीवन को लेकर वल्गर (अश्लील) कमेंट किए थे। यह मामला देखते ही देखते चर्चा में आ गया और अब हर जगह इसे लेकर बहस छिड़ी हुई है — क्या परेश रावल ने सही किया या कानून को अपने हाथ में लेना गलत था?
कैसे शुरू हुआ मामला?
सूत्रों के मुताबिक, परेश रावल पिछले सप्ताह एक सार्वजनिक इवेंट में शामिल होने पहुंचे थे। इवेंट खत्म होने के बाद जब वह अपने फैंस से मिल रहे थे, तभी एक युवक ने पास आकर उनके बेटे और पत्नी के बारे में अपमानजनक बातें कह दीं। यह सुनते ही परेश रावल अपना आपा खो बैठे और पास पड़ा एक छोटा पत्थर उठाकर उस युवक पर फेंक दिया।
घटना का वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि परेश रावल ने पहले युवक को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वह अपनी बातों से बाज नहीं आया तो एकदम से उनका गुस्सा फूट पड़ा। घटना के बाद मौजूद लोगों ने दोनों को अलग किया, और बाद में पुलिस भी मौके पर पहुंची।
सोशल मीडिया पर मिली मिली-जुली प्रतिक्रिया
परेश रावल के इस एक्शन को लेकर नेटिज़न्स दो हिस्सों में बंट गए हैं। कुछ लोग उनके समर्थन में लिख रहे हैं कि किसी के परिवार पर कीचड़ उछालने वालों को सबक मिलना ही चाहिए। वहीं कई लोग यह भी कह रहे हैं कि एक पब्लिक फिगर होने के नाते परेश रावल को संयम दिखाना चाहिए था।
ट्विटर (अब X) पर एक यूजर ने लिखा – “परेश रावल जैसे सीनियर एक्टर से ऐसी उम्मीद नहीं थी, लेकिन अगर कोई बार-बार अपमान करे तो इंसान भी इंसान ही है।” वहीं दूसरे यूजर ने कहा – “स्टार्स को पता होना चाहिए कि उनके हर कदम पर लोग नजर रखते हैं, हिंसा कभी समाधान नहीं हो सकती।”
पुलिस ने दर्ज किया बयान, लेकिन किसी को हिरासत में नहीं लिया गया
जब मामला बढ़ने लगा, तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली। दोनों पक्षों से पूछताछ के बाद यह साफ हुआ कि युवक ने वाकई भड़काऊ और गंदी बातें की थीं। हालांकि, किसी भी पक्ष की ओर से लिखित शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है। परेश रावल ने मीडिया से कहा कि उन्हें इस घटना का अफसोस है, लेकिन उन्होंने यह भी जोड़ा कि “कभी-कभी इंसान की सहनशक्ति की भी सीमा होती है।”
फिलहाल, पुलिस ने दोनों पक्षों को चेतावनी देकर छोड़ दिया है
और मामला शांत हो गया है।
बॉलीवुड में ट्वीट्स की बाढ़
इस घटना के बाद बॉलीवुड के कई सितारे परेश रावल के समर्थन में उतर आए। अनुपम खेर ने ट्वीट किया, “परेश भाई संवेदनशील इंसान हैं। कभी-कभी शब्द भी हथियार बन जाते हैं।” वहीं कुछ युवा कलाकारों ने हिंसा का समर्थन न करते हुए कहा कि “सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग को कानून के जरिए ही खत्म करना चाहिए, न कि भावनाओं के उफान में आकर।”
क्या सीखी जानी चाहिए सीख?
यह घटना बॉलीवुड और आम जनता दोनों के लिए एक चेतावनी के रूप में आई है।
डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर हर किसी को अपनी राय रखने की आज़ादी है,
लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि किसी की
निजी जिंदगी का मजाक उड़ाया जाए।
वहीं दूसरी ओर, मशहूर हस्तियों को भी यह समझना होगा कि
उनके हर कदम का असर समाज पर पड़ता है।
क्रोध के क्षणिक फैसले कभी-कभी बड़े विवाद में बदल सकते हैं।
परेश रावल ने बाद में अपने फैंस से अपील की कि लोग नफरत फैलाने वाले
अकाउंट्स को रिपोर्ट करें और सभ्य बातचीत की संस्कृति बनाए रखें।
उन्होंने कहा कि वे इस घटना से
सबक लेकर आगे से अधिक संयम बरतेंगे।
निष्कर्ष
हर इंसान की एक सीमा होती है – और परेश रावल की यह घटना उसी का उदाहरण है।
सोशल मीडिया पर अपमान और व्यक्तिगत हमले किसी के भी दिल को चोट पहुंचा सकते हैं।
शायद अब वक्त आ गया है कि सभी लोग डिजिटल संवाद में मर्यादा और सम्मान बनाए रखने की गंभीरता समझें।











