Main Gate Vastu : मुख्य द्वार को घर का प्रवेश द्वार कहा जाता है
यह घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा को प्रभावित करता है सही दिशा में मुख्य द्वार होना आवश्यक है!

Vastu Tips For Main Gate: मुख्य द्वार को घर का “प्रवेश द्वार” कहा जाता है
यह घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा को प्रभावित करता है. सही दिशा में मुख्य द्वार होना आवश्यक है
क्योंकि यह हमारे जीवन को खुशहाल और समृद्ध बना सकता है. अगर मुख्य द्वार गलत दिशा में होता है
तो यह न केवल घर की ऊर्जा को नकारात्मक बना सकता है बल्कि इससे घर के सदस्यों के स्वास्थ्य करियर
और रिश्तों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है इसलिए, वास्तु शास्त्र के
अनुसार मुख्य द्वार का स्थान और दिशा का चुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण है
मुख्य द्वार की दिशा का प्रभाव
वास्तु शास्त्र में घर की आठ दिशाओं का उल्लेख किया गया है और प्रत्येक दिशा का अपना महत्व है
आइए जानते हैं कि प्रत्येक दिशा में मुख्य द्वार होने का क्या प्रभाव हो सकता है!
उत्तर दिशा- कुबेर की दिशा
उत्तर दिशा को “कुबेर की दिशा” माना जाता है. यह दिशा धन और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है
अगर घर का मुख्य द्वार उत्तर दिशा में है, तो यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है
और घर के सदस्यों के आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाता है. इस दिशा में मुख्य द्वार होने से करियर में भी तरक्की मिलती है.
टिप्स: इस दिशा में मुख्य द्वार को साफ और रोशन रखें। इस पर तोरण या शुभ
प्रतीक लगाना शुभ होता है, जो घर में सुख-समृद्धि का संचार करता है।
पूर्व दिशा- सूर्य की दिशा
पूर्व दिशा को सूर्य की दिशा कहा जाता है. यह दिशा नई शुरुआत और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है
यदि मुख्य द्वार इस दिशा में है, तो यह घर में स्वास्थ्य, मानसिक शांति और खुशी का संचार करता है
सूर्य के प्रकाश को आकर्षित करने वाली दिशा होने के कारण यह दिशा घर के हर सदस्य के लिए फायदेमंद होती है!












