Helmet Movie Review : Helmet मूवी की पूरी समीक्षा पढ़ें। जानिए कैसे यह फिल्म कॉमेडी और सामाजिक रियलिटी को मिलाकर कंडोम खरीदने की झिझक पर एक मजेदार और प्रभावी मैसेज देती है।
Helmet फिल्म का परिचय
फिल्म Helmet एक हिंदी कॉमेडी-ड्रामा है, जिसे सतराम रमानी ने निर्देशित किया है। यह फिल्म 3 सितंबर 2021 को ZEE5 पर रिलीज़ हुई थी। फिल्म की मुख्य कहानी शादी के बैंड में गायक के रूप में काम करने वाले लकी (अपारशक्ति खुराना) की है, जो पैसों की तंगी और प्यार के फेर में फंसा हुआ है। इस फिल्म में प्रोढ़ व वयस्कों की उस सामाजिक समस्या को बहुत ही मजाकिया और व्यंग्यात्मक अंदाज में दिखाया गया है, जो कंडोम खरीदने को लेकर भारत में आज भी मौजूद झिझक और शर्मिंदगी है।
इस तेलुगु और छोटे शहर की पृष्ठभूमि में रची गई कहानी में तीन दोस्तों का ट्रक लूटने का प्लान, जिसमें कंडोम निकलते हैं, और फिर वे हेलमेट पहनकर कंडोम बेचने लगते हैं। यह टॉपिक न सिर्फ दिलचस्प है, बल्कि समाज में जरूरी चेतना भी फैलाता है।

कहानी और विषय वस्तु
- लकी के किरदार में अपारशक्ति खुराना हैं, जिन्हें रुपाली (प्रनूतन बहल) से प्यार होता है।
- रुपाली एक अमीर परिवार की लड़की है और उसके पिता (आशीष विद्यार्थी) को लकी पसंद नहीं करते।
- पैसों की कमी के कारण लकी अपने दो दोस्तों सुल्तान (अभिषेक बनर्जी) और माइनस (आशीष वर्मा) के
- साथ मिलकर एक ट्रक लूटते हैं, जहाँ उन्हें इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की बजाय कंडोम मिलते हैं।
- फिर इस कॉमेडी-ड्रामा में शुरू होती है कंडोम बेचने की कहानी, जिसमें समाज की सोच और झिझक को दर्शाते हुए
- दिखाया गया है कि कैसे लोग अभी भी कंडोम खरीदने से शर्माते हैं।
- फिल्म में इस मुद्दे को हल्के-फुल्के और व्यंग्यात्मक अंदाज में उठाया गया है
- जिससे यह सामाजिक संदेश प्रभावशाली तरीके से पहुंचता है।
मुख्य कलाकार और उनकी अदाकारी
- अपारशक्ति खुराना (लकी) – अपनी कॉमिक टाइमिंग और सहज अभिनय से उन्होंने फिल्म को जीवंत बनाया है। उनका किरदार बहुत ही सहज और नैचुरल लगता है।
- प्रनूतन बहल (रुपाली) – प्रनूतन के रूप में रुपाली का किरदार प्रभावशाली है, जो अमीर परिवार की लड़की के रोल में अच्छी लगी हैं।
- अभिषेक बनर्जी (सुल्तान) – उन्होंने एक दोस्त के तौर पर काफी मनोरंजक और दिलचस्प अभिनय किया है।
- आशीष विद्यार्थी (रुपाली के पिता) – उन्होंने पिता के कट्टर नजरिये को मजबूती से पेश किया है।
- आशीष वर्मा (माइनस) – उनका किरदार भी कॉमेडी में बखेड़ा मचाता है।
इसके अलावा, शारिब हाशमी, सानंद वर्मा और अशिष विद्या थीं ने अपनी भूमिकाओं से फिल्म को मजबूती दी है।
निर्देशन और तकनीकी पक्ष
- निर्देशक सतराम रमानी ने इस विषय की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए फिल्म को हल्के और मजाकिया अंदाज में पेश किया है।
- फिल्म की कहानी सामाजिक संदेश के साथ मनोरंजन का अच्छा मिश्रण देती है, लेकिन कहीं-कहीं स्क्रिप्ट में थोड़ा कमजोर पक्ष भी दिखता है।
- तकनीकी रूप से फिल्म का संगीत और साउंड डिजाइन सामान्य है, जिससे कहानी पर ज्यादा ध्यान जाता है।
- छोटे शहर के माहौल को अच्छी तरह से कैद किया गया है।
फिल्म की मजबूती और कमजोरियां
मजबूती:
- कंडोम खरीदने को लेकर समाज की झिझक पर चलती है फिल्म, एक जरूरी मुद्दा।
- कॉमेडी और सामाजिक संदेश का अच्छा संगम।
- मुख्य कलाकारों की एक्टिंग प्रभावशाली।
कमजोरियां:
- कुछ हिस्सों में कहानी थोड़ी कमजोर लगती है।
- संवाद और पटकथा में ओर पुख्ता करने की जरूरत थी।
- प्रनूतन की एक्टिंग कभी-कभी थोड़ी ओवर लगती है।
Helmet फिल्म का सारांश
- Helmet फिल्म एक स्मार्ट और सोची-समझी कॉमेडी है जो मजाक के साथ एक समाजिक समस्या पर बातें करती है।
- अगर आप ऐसे विषयों वाली फिल्में देखना पसंद करते हैं, जो हंसी के साथ सोचने पर भी मजबूर करें, तो Helmet आपके लिए है।
- यह फिल्म खासकर उन दर्शकों के लिए ज्यादा जमीगी जो छोटे शहरों और गांवों की सामाजिक सोच को समझना चाहते हैं।












