Happy Raksha Bandhan Wishes: रक्षा बंधन का त्योहार हर भाई-बहन के लिए खास होता है। इस दिन का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। बहनें भाई को तिलक करती हैं, आरती उतारती हैं और राखी बांधती हैं। वहीं, भाई बहन को रक्षा का वचन देता है। भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है
किसी के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगा
अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाँधेगा

बहन की इल्तिजा माँ की मोहब्बत साथ चलती है
वफ़ा-ए-दोस्ताँ बहर-ए-मशक़्कत साथ चलती है

या रब मिरी दुआओं में इतना असर रहे
फूलों भरा सदा मिरी बहना का घर रहे

बहन का प्यार जुदाई से कम नहीं होता
अगर वो दूर भी जाए तो ग़म नहीं होता

ज़िंदगी भर की हिफ़ाज़त की क़सम खाते हुए
भाई के हाथ पे इक बहन ने राखी बाँधी

गुलशन से कोई फूल मयस्सर न जब हुआ
तितली ने राखी बाँध दी काँटे की नोक पर

बहनों की मोहब्बत की है अज़्मत की अलामत
राखी का है त्यौहार मोहब्बत की अलामत

Happy Raksha Bandhan Wishes Shayari in Hindi
बंधन सा इक बँधा था रग-ओ-पय से जिस्म में
मरने के ब’अद हाथ से मोती बिखर गए

अज़ल से बरसे है पाकीज़गी फ़लक से यहाँ
नुमायाँ होवे है फिर शक्ल-ए-बहन में वो यहाँ

ओस की बूंदों से भी प्यारी है, मेरी बहना,
गुलाब की पंखुड़ियों से भी नाज़ुक है, मेरी बहना।
आसमां से उतारी कोई राजकुमारी है, मेरी बहना
सच कहूं तो मेरी राजदुलारी है, मेरी बहना।

बहन का प्यार जुदाई से कम नहीं होता
अगर वो दूर भी जाए तो ग़म नहीं होता

ये लम्हा कुछ खास है,
बहन के हाथ में भाई का हाथ है,
तेरा भाई हमेशा तेरे साथ है।
हैप्पी रक्षाबंधन

अपनी दुओं में जो, उसका ज़िकर करता है,
वो भाई है जो ख़ुद से पहले, बहन की फ़िकर करता है

किसी के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगा
अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाँधेगा.

बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता
वो चाहे दूर भी हो तो गम नहीं होता
अक्सर रिश्ते दूरियों से फीके पड़ जाते है
पर बहन भाई का प्यार कभी कम नहीं होता..

वो छम छम करके आयी, छम छम करके चली गयी,
मैं मंगल सूत्र लेके खड़ा रहा, वो राखी बांधकर चली गयी..

राखी का त्यौहार आया,
खुशियों की बहार लाया,
आज ये दुआ करते है हम,
भैया खुश रहो तुम हरदम।

तोड़े से भी ना टूटे, ये ऐसा मन बंधन है,
इस बंधन को सारी दुनिया कहती रक्षा बंधन है..

बहनों की मोहब्बत की है अज़्मत की अलामत
राखी का है त्यौहार मोहब्बत की अलामत

Raksha Bandhan Shayari in Hindi
मेरे मस्त मस्त दो नैन,
तू मेरा भाई मैं तेरी बहन..

प्यार मैं जो कभी पकड़े जाओ..
देर ना करो, फ़ौरन भाई बहन बन जाओ..

बहन चाहे सिर्फ प्यार दुलार
नही मांगती बड़े उपहार
रिश्ता बना रहे सदियों तक
मिले भाई को खुशियाँ हज़ार

कच्चे धागों से बनी पक्की डोर हैं राखी
प्यार और मीठी शरारतों की होड़ हैं राखी
भाई की लम्बी उम्र की दुआ हैं राखी
बहन के प्यार का पवित्र धुआं हैं राखी

वैसे तो है हम बाल ब्रह्मचारी, पर लड़की दिखी तो आँख मारी
पट गई तो हमारी, वरना..कर लेते है राखी की तैयारी..

ओस की बूंदों से भी प्यारी है, मेरी बहना
गुलाब की पंखुड़ियों से भी नाज़ुक है, मेरी बहना।
आसमां से उतारी कोई राजकुमारी है
सच कहूँ तो मेरी आँखों की राजदुलारी है मेरी बहना।

रक्षा बंधन पर कर रही बहनें इंतज़ार
सीमा पर बैठा हुआ है भाई, भेजा हुआ है तार
भारत माँ की सेवा में छूटा हर त्यौहार…

हमारी खूबियों को अच्छे से जानती है बहनें,
हमारी कमियों को भी पहचानती है बहनें,
फिर भी हमें सबसे ज्यादा मानती है बहनें।

रेशम के धागों का है यह मजबूत बंधन
माथे पर चमके चावल रोली और चन्दन
प्यार से मिठाई खिलाये बहन प्यारी
देख इसे छलक उठीं आँखों भर आया मन..

रिश्ता हम भाई बहन का,
कभी मीठा कभी खट्टा, कभी रूठना कभी मनाना
कभी दोस्ती कभी झगड़ा, कभी रोना और कभी हँसना,
ये रिश्ता हैं प्यार का, सबसे अलग सबसे अनोखा..

मुझे आँखें दिखाकर बोलती है चुप रहो भैया
बहिन छोटी भले हो बात वो अम्मा सी करती है

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