राम मंदिर ध्वजारोहण : अयोध्या राम मंदिर में ध्वजारोहण का आयोजन न केवल एक धार्मिक कार्यक्रम है, बल्कि इसका गहरा आध्यात्मिक और पुराणिक महत्व भी है। पुराणों के अनुसार मंदिर पर ध्वज अर्थात धर्म ध्वज फहराना देवता की उपस्थिति और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। यह परंपरा हजारों वर्षों से चली आ रही है और अयोध्या जैसे पवित्र स्थान पर इसका विशेष महत्व है।
पुराणों में ध्वजारोहण का महत्व
गरुड़ पुराण और नारद पुराण जैसे प्राचीन ग्रंथों में मंदिरों पर ध्वजा फहराने का विशेष उल्लेख मिलता है। इन पुराणों के अनुसार, जो कोई भगवान विष्णु या श्रीराम के मंदिर में धर्म ध्वज फहराता है, उसे ब्रह्मा समेत सभी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
ध्वज के ऊपर अंकित चिन्ह जैसे सूर्य, ऊं और कोविदार वृक्ष भी आध्यात्मिक रहस्यों से परिपूर्ण हैं। सूर्य विजय और शक्ति का संकेत है, ‘ऊं’ समस्त सृष्टि की ध्वनि और ऊर्जा का प्रतीक है और कोविदार वृक्ष रघुकुल की विरासत और शौर्य का दर्शन कराता है।

अभिजीत मुहूर्त में ध्वजारोहण
ज्योतिष के अनुसार अयोध्या राम मंदिर में ध्वजारोहण अभिजीत मुहूर्त में किया गया, जो अत्यंत शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान राम का जन्म भी इसी समय हुआ था। ऐसे शुभ समय में किया गया ध्वजारोहण मंदिर के लिए विशेष दिव्यता और शांति लेकर आता है।
ध्वज 22 फीट लंबा और 11 फीट चौड़ा होता है, जिसे 161 फीट ऊंचे शिखर पर फहराया जाता है। इस ध्वज को इलेक्ट्रिक सिस्टम के माध्यम से फहराया गया, जो अयोध्या की आधुनिकता और परंपरा का मिला जुला प्रतीक है।
धार्मिक और आध्यात्मिक संदेश
- राम मंदिर पर ध्वजारोहण से जुड़ा संदेश यह है कि धर्म, मर्यादा, सत्य और न्याय की स्थापना हुई है।
- यह वह संकेत है जो संसार को बताता है कि अयोध्या में रामराज्य की पुनर्स्थापना हो चुकी है।
- मंदिर परिसर में यह ध्वज भक्तों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है, जिससे वे आध्यात्मिक उन्नति व शांति की ओर अग्रसर हों।
- स्वयं पुराणों में कहा गया है कि जो भी ध्वजारोपण संबंधी कर्म करता है, उसके पाप नष्ट हो जाते हैं
- और उसे सर्वोच्च पुण्य की प्राप्ति होती है। इससे मंदिर के आस-पास का क्षेत्र पवित्र और सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है।
आधुनिक उत्सव और सांस्कृतिक गौरव
- आज के समय में राम मंदिर पर यह ध्वजारोहण न केवल धार्मिक अनुष्ठान है बल्कि भारतीय संस्कृति और
- इतिहास का महान उत्सव भी है। अयोध्या नगरी रंग-बिरंगी रोशनी और सजावट से जगमगा उठी
- जहां श्रद्धालु और देशभर से आए गए लोग इस भव्य आयोजन का हिस्सा बने।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मौके पर ध्वजारोहण किया, जिससे
- इस कार्यक्रम को राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक गर्व की अहमियत मिली।









