Durga Puja 2025 Date: 2025 में दुर्गा पूजा कब होगी? जानिए इस साल के महापर्व की तारीख और उसके खास दिन
March 30, 2025 2025-03-30 13:45Durga Puja 2025 Date: 2025 में दुर्गा पूजा कब होगी? जानिए इस साल के महापर्व की तारीख और उसके खास दिन
Durga Puja 2025 Date: 2025 में दुर्गा पूजा कब होगी? जानिए इस साल के महापर्व की तारीख और उसके खास दिन
Durga Puja 2025 Date: दुर्गा पूजा 2025 नवरात्रि के अंतिम दिनों में मनाई जाती है और यह शक्ति की अधिष्ठात्री देवी दुर्गा को समर्पित एक भव्य पर्व है। यह खासकर पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, बिहार, और झारखंड में बड़े धूमधाम से मनाई जाती है।
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दुर्गा पूजा 2025 की तारीखें
पर्व | दिनांक | दिन |
---|---|---|
महालय | 21 सितंबर 2025 | रविवार |
षष्ठी पूजा | 29 सितंबर 2025 | सोमवार |
सप्तमी पूजा | 30 सितंबर 2025 | मंगलवार |
अष्टमी पूजा | 1 अक्टूबर 2025 | बुधवार |
नवमी पूजा | 2 अक्टूबर 2025 | गुरुवार |
विजयादशमी (दशहरा) | 3 अक्टूबर 2025 | शुक्रवार |
दुर्गा पूजा का महत्व
#दुर्गा पूजा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
यह पर्व महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत को समर्पित है।
इस पर्व के दौरान शक्ति की आराधना की जाती है, और देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है।
दुर्गा पूजा से जुड़ी प्रमुख परंपराएं
महालया:
यह दिन देवी दुर्गा के पृथ्वी पर आगमन की सूचना देता है। इस दिन से दुर्गा पूजा की तैयारी आरंभ हो जाती है।
षष्ठी से नवमी तक:
चार दिन तक पंडालों में देवी दुर्गा की भव्य मूर्तियों की पूजा की जाती है। भक्तगण अंजलि, आरती और संधिपूजा करते हैं।
अष्टमी की संधिपूजा:
यह सबसे पावन समय होता है जब देवी चामुंडा ने चंड और मुंड राक्षसों का वध किया था।
विजयादशमी:
इस दिन देवी की मूर्तियों का विसर्जन होता है और रावण दहन के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है।
दुर्गा पूजा के दौरान होने वाले आयोजन
- पंडाल सजावट: भव्य कलात्मक पंडाल पूरे शहर को जगमगाते हैं।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: नृत्य, संगीत, नाटक और प्रतियोगिताएं होती हैं।
- भोग वितरण: देवी को भोग अर्पित कर भक्तों में प्रसाद वितरित किया जाता है।
- धुनुची नृत्य: धुएँ और ढाक की धुन पर पारंपरिक नृत्य होता है।
देवी के नौ स्वरूपों की पूजा
- शैलपुत्री
- ब्रह्मचारिणी
- चंद्रघंटा
- कूष्मांडा
- स्कंदमाता
- कात्यायनी
- कालरात्रि
- महागौरी
- सिद्धिदात्री
हर स्वरूप की पूजा विशेष दिन के अनुसार की जाती है।
विजयादशमी का संदेश
विजयादशमी का दिन इस बात का प्रतीक है कि चाहे बुराई कितनी भी ताकतवर क्यों न हो,
सच्चाई और धर्म की विजय होती है।
इस दिन बहनों द्वारा भाइयों को तिलक कर दीर्घायु की कामना भी की जाती है।
निष्कर्ष
दुर्गा पूजा 2025 शक्ति, भक्ति और संस्कृति का उत्सव है।
यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है।
आइए, इस पर्व पर देवी से शक्ति, शांति और समृद्धि की प्रार्थना करें।
आपको और आपके परिवार को दुर्गा पूजा की ढेरों शुभकामनाएं!
“जय माता दी!”