विजय सिन्हा शराब टेस्ट : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के दौरान लखीसराय में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और राजद के एमएलसी अजय सिंह के बीच सड़क किनारे तीखी बहस और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया। इस भिड़ंत का कारण बनी शराब की पुष्टि की मांग और पार्टी समर्थकों के बीच की नोकझोंक।
आरजेडी MLC पर लगाए शराब पीकर गुंडागर्दी के आरोप
- डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने आरोप लगाया कि राजद एमएलसी और उनके समर्थक शराब पीकर मतदान केंद्रों
- पर हंगामा कर रहे थे, जिससे मतदान प्रभावित हो रहा है। उनके काफिले पर पत्थर और गोबर फेंकने
- का भी उन्होंने आरोप लगाया। बिहार में शराबबंदी होने के बावजूद इस तरह का माहौल चुनाव की गरिमा को प्रभावित करता है।

शराब टेस्ट रिपोर्ट आई निगेटिव
सूचना मिलते ही पुलिस ने राजद MLC और उनके साथियों का ब्रेथ एनालाइजर से शराब परीक्षण किया। इसके बाद रिपोर्ट आई कि शराब की कोई भी उपस्थिति नहीं है, यानी टेस्ट निगेटिव रहा। इससे सामने आए तथ्य ने डिप्टी CM के आरोपों को चुनौती दी है। विजय सिन्हा ने भी चुनौती दी कि वे खून (ब्लड टेस्ट) भी करा सकते हैं, लेकिन फिलहाल जो रिपोर्ट आई है वह निगेटिव है।
चुनावी क्षेत्र में बढ़ी सियासी टकराव की स्थिति
- यह विवाद चुनावी क्षेत्र लखीसराय में राजनीतिक तनाव को और बढ़ा गया है।
- दोनों दलों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए, और सोशल मीडिया पर इस भिड़ंत के वीडियो
- तेजी से वायरल हुए। लोगों का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित हुआ
- कि चुनाव के समय ऐसी घटनाएं लोकतंत्र के लिए कितनी अनुकूल हैं।
सियासी दाव-पेंच और आरोप-प्रत्यारोप का दौर
डिप्टी CM विजय सिन्हा ने राजद कार्यकर्ताओं पर बूथ कैप्चरिंग और मतदान प्रक्रिया में बाधा डालने का आरोप भी लगाया। वहीं, राजद एमएलसी ने डिप्टी CM को डरपोक और चुनाव हार के कारण तनावग्रस्त बताया। दोनों के बीच कड़ी शब्दावली का इस्तेमाल भी हुआ, जिसमें शराब पीने का आरोप और इसका खंडन दोनों शामिल थे।
चुनाव आयोग और पुलिस की भूमिका
विवाद बढ़ने पर चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखी। पुलिस ने मामलों की जांच शुरू कर दी और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जबरन कानून हाथ में लेने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। चुनाव आयोग ने भी मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष कराने के लिए सतर्कता बढ़ाई।
जनता और मीडिया की प्रतिक्रिया!
- यह पूरी घटना मीडिया के लिए भी चर्चा का विषय बन गई। चुनावी रिपोर्टिंग में इसे जमकर कवर किया गया।
- जनता के अलग-अलग वर्ग इस स्थिति पर अपनी-अपनी राय प्रकट करते नजर आए।
- कुछ लोगों ने इसे चुनाव में बढ़ते सियासी तनाव की वजह बताया, तो कुछ ने इसे खुले लोकतंत्र में स्वस्थ बहस माना।
चुनावी राजनीति में सियासी संघर्ष जारी
- डिप्टी CM विजय सिन्हा और राजद MLC के बीच हुई यह शराब टेस्ट विवाद
- और भिड़ंत बिहार चुनाव 2025 के पहले चरण को और रोमांचक और विवादास्पद बना रही है।
- जहां एक ओर दोनों नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप से स्थानीय राजनीति गर्मा गई है
- वहीं चुनाव आयोग की सतर्कता ने लोकतंत्र की प्रक्रिया को सुरक्षित बनाए रखने की कोशिश भी जारी रखी है।









