Delhi Blast Update : दिल्ली में हाल ही में हुई भीषण विस्फोट घटना से जुड़े मामले में एक बड़ा सुराग पुलिस के हाथ लगा है। जांच एजेंसियां ने जैश-ए-मोहम्मद के महिला विंग की कमांडर डॉक्टर शाहीन से जुड़े कदम कानपुर में उठाए हैं। उत्तर प्रदेश की एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) टीम ने कानपुर में उस इलाके को घेर लिया है जहाँ डॉक्टर शाहीन का पुराना कनेक्शन बताया जा रहा है।
डॉक्टर शाहीन का कनेक्शन और गिरफ्तारी
डॉक्टर शाहीन शाहिद, जो लखनऊ के एक मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर रह चुकी हैं, उन्हें दिल्ली के रेड फोर्ट इलाके में हुए कार ब्लास्ट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, डॉक्टर शाहीन जैश-ए-मोहम्मद की महिला शाखा ‘जमात अल-मोमिनात’ स्थापित करने और उसका संचालन करने की जिम्मेदारी निभा रही थीं। यह महिला शाखा पाकिस्तान में जैश के संस्थापक मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर के नेतृत्व में है।

इसके अलावा, डॉक्टर शाहीन के कार से एक AK-47 राइफल और गोलाबारूद बरामद हुआ है। जांच में पता चला कि वह पाकिस्तान स्थित जैश के नेतृत्व से सीधा संपर्क में थीं और भारत में संगठन को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने का काम कर रही थीं। उन्हें फरिदाबाद के अल-फलाह विश्वविद्यालय से गिरफ्तार किया गया, जहां उनके साथ कई अन्य डॉक्टर भी जुड़े थे।
कानपुर में एटीएस की कार्रवाई
- डॉक्टर शाहीन की कानपुर से जुड़ी गुप्त जानकारी मिलने के बाद, यूपी एटीएस टीम ने वहां
- के मेडिकल कॉलेज और उनके संबद्ध इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया। टीम ने कानपुर के
- जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में उनके पुराने रिकॉर्ड जब्त किए और उनके सहयोगियों से पूछताछ की गई।
- इसी के साथ लखनऊ में उनके परिवार के घर पर भी छापेमारी की गई।
उनके भाई डॉ. परवेज अंसारी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। डॉक्टर परिवार के संबंधों और आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े नेटवर्क की जांच की जा रही है।
जैश-ए-मोहम्मद की महिला शाखा का लक्ष्य
- जांच एजेंसियां मानती हैं कि डॉक्टर शाहीन को जैश के पाकिस्तानी नेतृत्व द्वारा भारत में महिलाओं
- के भर्ती और आतंकवादी कारगुजारियों के लिए महिला विंग स्थापित करने का काम सौंपा गया था।
- महिला विंग का उद्देश्य महिलाओं को जिहाद और आतंकवादी
- गतिविधियों के लिए प्रेरित करना और नेटवर्क को मजबूत करना था।
फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से लिंक
डॉक्टर शाहीन के खिलाफ मामला फरीदाबाद में एक बड़े टेरर मॉड्यूल के खुलासे से जुड़ा हुआ है, जहां से करीब 2,900 किलोग्राम विस्फोटक और गनमैन जैसे हथियार बरामद हुए थे। इस टेरर मॉड्यूल के अन्य आरोपी डॉक्टर मुझम्मिल गनी और उमर उ नबी भी शामिल थे।
- यह घटना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है, जहां जैश-ए-मोहम्मद जैसी पाकिस्तानी आतंकी संस्थाएं
- भारत में अपने नेटवर्क को फैलाने के लिए रणनीति बना रही हैं। डॉक्टर शाहीन का इस नेटवर्क में होना
- और कानपुर में सुराग मिलने से पुलिस विभाग की सक्रियता और बढ़ गई है।
- अब कानपुर और उसके आस-पास के इलाकों में सुरक्षा और जांच और सख्त कर दी गई है।












