दिल्ली कॉलोनी विध्वंस DDA NGT दिल्ली की 90 अनधिकृत कॉलोनियों पर तोड़फोड़ अभियान 31 दिसंबर 2026 के बाद शुरू होगा। DDA ने NGT को बताया कि कानूनी दिशानिर्देश और पुनर्वास नीति के बिना कार्रवाई संभव नहीं, मामले की अगली सुनवाई 3 फरवरी 2026 को।
दिल्ली कॉलोनी विध्वंस DDA NGT दिल्ली की 90 कॉलोनियों पर तोड़फोड़ अभियान: कब होगा शुरू? DDA की NGT को पेश की गई रिपोर्ट
दिल्ली की 90 कॉलोनियों पर तोड़फोड़ अभियान फिलहाल शुरू नहीं होगा क्योंकि दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) को जानकारी दी है कि इन कॉलोनियों को 31 दिसंबर 2026 तक संरक्षित किया गया है। DDA ने बताया कि कानूनी दिशा-निर्देश और पुनर्वास नीति का अभाव होने के कारण तत्काल तोड़फोड़ कार्रवाई संभव नहीं है। इसलिए, पर्याप्त पुनर्वास व्यवस्था और स्पष्ट सरकारी नीति के बिना इन कॉलोनियों में कार्रवाई टाली जा रही है।
#दिल्ली की 90 कॉलोनियों का संकट: स्थिति और पृष्ठभूमि

दिल्ली की 90 अनधिकृत कॉलोनियों की पहचान, इन कॉलोनियों की वर्तमान स्थिति, और दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) का क्या कहना है इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। यहां बताया जाएगा कि ये कॉलोनियां किस इलाके में हैं और इनके खिलाफ क्यों कार्रवाई हो रही है। साथ ही NGT के निर्देश और दिल्ली सरकार के हालिया कदम शामिल होंगे।
तोड़फोड़ अभियान कब से शुरू होगा
तोड़फोड़ अभियान की शुरुआत की संभावित तिथि, उससे जुड़ी कानूनी बाधाएं, और DDA द्वारा NGT को दी गई रिपोर्ट की मुख्य बातें शामिल होंगी। समझाया जाएगा कि किस वजह से कार्रवाई स्थगित है और 31 दिसंबर 2026 तक मामला टिका क्यों हुआ है।
DDA ने NGT को क्या बताया
DDA द्वारा NGT में क्या हलफनामे और रिपोर्ट दी गई है, किस प्रकार से पुनर्वास नीति और कानूनी दिशा-निर्देश की जरूरत पर बल दिया गया है, और सरकारी रुख क्या है, इस पर विस्तार होगा।
साथ ही यह भी बताया जाएगा कि कैसे दिल्ली में अवैध कॉलोनियों को
लेकर सरकार और अदालत के बीच संवाद चलता रहा है।
यमुना नदी और कॉलोनियों का पर्यावरणीय प्रभाव
दिल्ली की इन कॉलोनियों से यमुना नदी पर पड़ रहे दुष्प्रभाव
और untreated sewage की समस्या पर केंद्रित होगी।
एनजीटी के सवाल और सफाई अभियान की आवश्यकता पर चर्चा होगी।
इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण के लिए उठाए जा रहे कदमों पर भी जानकारी दी जाएगी।
पुनर्वास योजना और प्रभावित लोगों का भविष्य
प्रभावित कॉलोनियों के निवासियों के पुनर्वास की जरूरत,
सरकारी प्रयास, और आने वाले समय में उनकी समस्याओं के
समाधान पर प्रकाश डाला जाएगा। यहां यह बताने की कोशिश होगी
कि सरकार किस तरह से इन निवासियों के लिए योजनाएं बना रही है।
दिल्ली की अवैध कॉलोनियों पर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश
दिल्ली की अवैध कॉलोनियों पर उच्चतम न्यायालयों के आदेशों का
संक्षिप्त परिचय होगा, जिनका DDA और दिल्ली सरकार पालन करती है।
कोर्ट के आदेशों के अनुसार कार्रवाई की सीमाएं और निर्देश भी बताये जाएंगे।
दिल्ली की कॉलोनियों को कानूनी मान्यता मिलने की संभावना और भविष्य के विकल्प
चर्चा होगी कि क्या इन कॉलोनियों को भविष्य में कानूनी मान्यता मिल सकती है
या नहीं। इसके अलावा सरकार के पास विकल्प क्या हैं और कॉलोनियों के
नियमितीकरण की क्या संभावनाएं हैं, इन पहलुओं पर विश्लेषण किया जाएगा।












