Corona Remedies एंकर बुक : भारतीय शेयर बाजार में IPO का क्रेज हमेशा बना रहता है, और कोरोना रेमेडीज लिमिटेड का IPO भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है। गुजरात की यह फार्मा कंपनी, जो महिलाओं के स्वास्थ्य, कार्डियो-डायबिटीज और दर्द प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में दवाइयां बनाती है, अपना IPO लेकर आई है। 8 दिसंबर को खुला यह IPO 10 दिसंबर को बंद होगा। दिन 2 पर सब्सक्रिप्शन स्टेटस, GMP और अन्य डिटेल्स को लेकर निवेशकों में खासी रुचि है। अगर आप ‘कोरोना रेमेडीज IPO सब्सक्रिप्शन स्टेटस’ या ‘Corona Remedies IPO GMP today’ सर्च कर रहे हैं, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए पूरा गाइड है। आइए, इस IPO की हर डिटेल पर नजर डालें और जानें कि क्या यह लॉन्ग-टर्म के लिए अच्छा ऑप्शन है।
Corona Remedies एंकर बुक कोरोना रेमेडीज IPO की मुख्य डिटेल्स तारीखें, प्राइस बैंड और लॉट साइज
कोरोना रेमेडीज IPO 8 दिसंबर 2025 को खुला और 10 दिसंबर को बंद होगा। लिस्टिंग 15 दिसंबर को BSE और NSE पर होगी। प्राइस बैंड ₹1,008 से ₹1,062 प्रति शेयर रखा गया है। न्यूनतम लॉट साइज 14 शेयरों का है, यानी ऊपरी प्राइस पर निवेश ₹14,868 का होगा। उसके बाद 14 के गुणकों में आवेदन कर सकते हैं। कुल इश्यू साइज ₹655.37 करोड़ का है, जो पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है। यानी 0.62 करोड़ शेयर बेचे जा रहे हैं, लेकिन कंपनी को कोई फंड नहीं मिलेगा – यह मौजूदा शेयरहोल्डर्स जैसे Sepia Investments, Anchor Partners और Sage Investment Trust के स्टेक बिक्री से है।

IPO में 50% क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 35% रिटेल इनवेस्टर्स और 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्वेशन है। JM Financial, IIFL Capital और Kotak Capital बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं, जबकि Bigshare Services रजिस्ट्रार। IPO से पहले कंपनी ने ₹194.85 करोड़ एंकर बुक से जुटाए, जिसमें SBI MF, ICICI Prudential MF, Kotak Mahindra AMC और Axis MF जैसे 15 इनवेस्टर्स ने हिस्सा लिया। आवंटन 11 दिसंबर को होगा, शेयर डीमैट अकाउंट में 12 दिसंबर को क्रेडिट होंगे।
सब्सक्रिप्शन स्टेटस दिन 2: क्या है निवेशकों का रुझान?
दिन 1 पर IPO की सब्सक्रिप्शन 0.67 गुना रही। कुल 43.36 लाख शेयरों के खिलाफ 29.16 लाख शेयरों के लिए बिड्स आए। रिटेल कैटेगरी में 0.96 गुना, NII में 0.84 गुना और एम्प्लॉयी कोटा में 1.48 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ, लेकिन QIB में 0 गुना रहा। दिन 2 (9 दिसंबर) का डेटा अभी अपडेट हो रहा है, लेकिन शुरुआती संकेतों से रिटेल और एम्प्लॉयी सेगमेंट में सुधार दिख रहा है। QIB की कमी IPO की शुरुआती ठंडी रिस्पॉन्स को दर्शाती है, लेकिन फार्मा सेक्टर की तेजी से उम्मीद है कि दिन 3 तक सब्सक्रिप्शन 2-3 गुना पार कर जाए। चेक करने के लिए Link Intime या BSE/NSE वेबसाइट पर PAN डिटेल्स डालें।
GMP आज: लिस्टिंग पर कितना प्रीमियम?
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) आज ₹262 है, जो ऊपरी IPO प्राइस ₹1,062 के मुकाबले 24.67% की तेजी का संकेत देता है। यानी लिस्टिंग प्राइस करीब ₹1,324 रह सकती है। GMP फ्लक्चुएट करता रहता है, लेकिन यह IPO के लिए पॉजिटिव सिग्नल है। निवेशक GMP को लिस्टिंग गेन का इंडिकेटर मानते हैं, लेकिन रिस्क भी है – अगर सब्सक्रिप्शन कम रहा तो GMP गिर सकता है।
कंपनी ओवरव्यू: कोरोना रेमेडीज का बिजनेस मॉडल
कोरोना रेमेडीज लिमिटेड गुजरात हेडक्वार्टर्ड फार्मा मैन्युफैक्चरर है। कंपनी महिलाओं के स्वास्थ्य, कार्डियो-डायबिटीज, दर्द प्रबंधन, यूरोलॉजी और अन्य थेरेपीटिक कैटेगरी में दवाइयां बनाती है। दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं – एक गुजरात में और दूसरी हिमाचल प्रदेश में। कंपनी का फोकस क्रॉनिक थेरेपीज पर है, जो 70% रेवेन्यू देते हैं। ये सेगमेंट हाई मार्जिन और प्रिस्क्रिप्शन स्टिकनेस देते हैं। हाल की एक्विजिशन्स से क्रॉनिक कैटेगरी में मजबूती आई है। IPM रैंकिंग 37 से 29 हो गई, जो स्केल बढ़ने का प्रमाण है।
फाइनेंशियल्स: मजबूत ग्रोथ की कहानी
- कंपनी के फाइनेंशियल्स इम्प्रेसिव हैं। FY25 में टोटल रेवेन्यू ₹1,196.41 करोड़ और नेट प्रॉफिट
- ₹149.43 करोड़ रहा। Q1 FY26 में नेट प्रॉफिट ₹46.19 करोड़ और Q2 में कोर ऑपरेशंस
- से रेवेन्यू ₹346.54 करोड़। हेल्दी मार्जिन्स और स्टेडी ग्रोथ दिख रही है। लेकिन IPO प्राइस पर P/E
- रेशियो 43.5x (FY25 EPS ₹24.4 पर) और EV/Sales 5.5x है, जो पीयर्स से फुली प्राइस्ड लगता है।
रिव्यू और रेकमेंडेशन: क्या सब्सक्राइब करें?
चॉइस ब्रोकिंग की रिव्यू में कंपनी की सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल, लॉन्ग-टर्म ग्रोथ विजिबिलिटी और क्रॉनिक सेगमेंट फोकस की तारीफ की गई। हाल की एक्विजिशन्स से ग्रोथ स्ट्रॉन्ग हुई है। ब्रोकेज ने ‘सब्सक्राइब फॉर लॉन्ग टर्म’ रेकमेंडेशन दिया है। हालांकि, रिस्क्स में हाई वैल्यूएशन शामिल है। अगर आप लॉन्ग-टर्म इनवेस्टर हैं, तो फार्मा सेक्टर की ग्रोथ (खासकर क्रॉनिक डिजीज) को देखते हुए यह अच्छा लग रहा है। शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स GMP से गेन की उम्मीद कर सकते हैं, लेकिन मार्केट वोलेटाइल है। हमारी सलाह: रिसर्च करें और रिस्क ऐपेटाइट के हिसाब से अप्लाई करें।
रिस्क्स और अन्य महत्वपूर्ण बातें
IPO के रिस्क्स में हाई वैल्यूएशन, फार्मा सेक्टर की रेगुलेटरी चैलेंजेस और कॉम्पिटिशन शामिल हैं। OFS होने से कंपनी को फंड्स नहीं मिलेंगे, जो ग्रोथ के लिए नेगेटिव हो सकता है। फिर भी, एंकर इनवेस्टर्स का मजबूत सपोर्ट पॉजिटिव है।
कोरोना रेमेडीज IPO – लॉन्ग-टर्म का वादा
- कोरोना रेमेडीज IPO फार्मा सेक्टर में एक मजबूत प्लेयर का एंट्री है।
- दिन 2 पर सब्सक्रिप्शन और GMP से पॉजिटिव वाइब्स आ रही हैं।
- लॉन्ग-टर्म इनवेस्टर्स के लिए ‘सब्सक्राइब’ रेकमेंडेशन सही लगता है, लेकिन वैल्यूएशन पर नजर रखें।
- IPO अपडेट्स के लिए Livemint या NSE वेबसाइट चेक करें। क्या आप अप्लाई करेंगे? कमेंट्स में बताएं!









