Guru Nanak Jayanti : भारतीय शेयर बाजार में हर त्योहार और महत्वपूर्ण दिवस का खास महत्व होता है। इसी कड़ी में, गुरु नानक जयंती (प्रकाश गुरपूरब) के मौके पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पूरे दिन के लिए बंद रहेंगे।
गुरु नानक जयंती पर बाज़ार बंद रहना क्यों जरूरी है?
गुरु नानक जयंती, जो सिख धर्म के पहले गुरु, श्री गुरु नानक देव जी के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है, पूरे भारत में एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है। भारत सरकार और विभिन्न संस्थाएं इस दिन को श्रद्धा और भक्ति के साथ मानती हैं। इस दिन बाजार का बंद रहना, न सिर्फ त्योहार का सम्मान है, बल्कि इसका उद्देश्य निवेशकों और कारोबारियों को आराम और पर्व उत्सव में भाग लेने का मौका देना भी है।

BSE और NSE बंद रहने का समय
5 नवंबर 2025 को गुरू नानक जयंती के मौके पर BSE और NSE पूरी तरह बंद रहेंगे। इस दौरान equities, derivatives, currency derivatives सहित सभी ट्रेडिंग सत्र बंद रहेंगे। इस दिन कमोडिटी डेरिवेटिव्स (Commodity Derivatives) के सत्र सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेंगे, जबकि शाम 5 बजे से लेकर रात्रि 11:30 या 11:55 बजे तक खुलेंगे।
मार्केट कब खुलेगा?
- NSE और BSE का ट्रेडिंग सत्र गुरू नानक जयंती के बाद, यानी 6 नवंबर 2025 (गुरुवार) से दोबारा शुरू हो जाएगा।
- इसलिए, निवेशकों को ध्यान देना चाहिए कि इस दिन वे ट्रांजैक्शन की प्लानिंग में बदलाव करें ताकि कोई महत्वपूर्ण ट्रेडिंग अवसर छूट न जाए।
4 नवंबर 2025 को मार्केट कैसा रहा?
- गुरू नानक जयंती से पहले 4 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में लोग कमजोरी देखने को मिली।
- निफ्टी 50 इंडेक्स लगभग 25,600 के नीचे बंद हुआ, जिसमें प्रमुख सेक्टर्स जैसे मेटल्स और आईटी
- सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। सेंसेक्स में 519.34 अंकों की गिरावट के साथ यह 83,459.15 पर बंद हुआ।
- इस दौरान पॉवर ग्रिड कॉर्प, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, कोल इंडिया जैसे शेयर कमजोर प्रदर्शन
- करते दिखे, जबकि टाइटन कंपनी, भारती एयरटेल जैसे शेयर में तेजी देखने को मिली।
निवेशकों के लिए सलाह
- गुरू नानक जयंती के चलते बाजार बंद रहने की खबर पाते ही निवेशकों को चाहिए
- कि वह अपनी निवेश योजनाओं और ट्रेडिंग रणनीतियों को सही से समायोजित करें।
- इस दौरान, विशेष रूप से जोखिम प्रबंधन और भविष्य की तकनीकी स्थिति
- को ध्यान में रखते हुए अपने पोजीशन्स को योजना के अनुसार रखें।
- विशेषज्ञों के मुताबिक, निफ्टी का 20-डे EMA (एमोविंग एवरेज) एक महत्वपूर्ण स्तर है
- जिस स्तर के नीचे लगातार गिरावट से बाजार में कमजोरी आ सकती है।
- इसलिए, निवेशकों को नए ट्रेड खोलने या बंद करने से पहले तकनीकी
- और फंडामेंटल दोनों तरह के एनालिसिस पर नजर रखनी चाहिए।
भारतीय रुपया और वैश्विक स्थिति
- गुरू नानक जयंती से एक दिन पहले भारतीय रुपया मजबूती के साथ बंद हुआ। डॉलर के मुकाबले
- रुपया लगभग 13 पैसे ऊपर चलकर 88.65 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि, विदेशी निवेशकों के निकलने
- की वजह से बाजार में कमजोरी देखने को मिली। आगे भी रुपया उतार-चढ़ाव का शिकार रहेगा
- जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मداخلत से सहायता मिल सकती है।
गुरू नानक जयंती 2025 के मौके पर BSE और NSE बंद रहेंगे, इसलिए निवेशकों को अपनी ट्रेडिंग और निवेश योजनाओं में बदलाव करने की आवश्यकता है। यह बाजार बंद रहना एक धार्मिक और सामाजिक त्योहार का सम्मान भी है, साथ ही निवेशकों को अपने जोखिम प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर भी देता है। 6 नवंबर से बाजार पुनः खुल जाएगा और निवेशक सामान्य रूप से ट्रेडिंग जारी रख सकेंगे।












