Delhi assembly elections : दिल्ली में विधानसभा चुनाव से एक हफ्ते से भी कम समय बचा है और इससे पहले ही आम आदमी
पार्टी को जोरदार झटका लगा है। उसके कम से कम सात निवर्तमान विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

दिल्ली में विधानसभा चुनाव से एक हफ्ते से भी कम समय बचा है और इससे पहले ही आम आदमी
पार्टी को जोरदार झटका लगा है। उसके कम से कम सात निवर्तमान विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
ज्यादातर विधायकों ने अपने इस्तीफे पत्र सोशल मीडिया पर शेयर किए और भ्रष्टाचार और दूसरे मुद्दों पर AAP की
आलोचना की। ये सभी सात मौजूदा विधायक वे हैं, जिन्हें राष्ट्रीय राजधानी के चुनाव में पार्टी ने फिर से टिकट देने से इनकार कर दिया था।
कस्तूरबा नगर से निवर्तमान विधायक मदन लाल ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्होंने और
पार्टी के छह अन्य विधायकों ने AAP की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। लाल ने कहा
कि उन्होंने अपना इस्तीफा दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल को भी भेज दिया है।
इन विधायकों ने दिया इस्तीफा
इस्तीफा देने वाले AAP विधायकों में पालम की भावना गौड़, महरौली के नरेश यादव
त्रिलोकपुरी के रोहित महरौलिया और आदर्श नगर के पवन शर्मा भी शामिल हैं।
पालम सीट पर आप ने जोगिंदर सोलंकी को उम्मीदवार बनाया था
जबकि मौजूदा विधायक भावना गौड़ का टिकट काट दिया गया था।
इसी तरह महरौली सीट से पार्टी ने नरेश यादव की जगह महेंद्र चौधरी को उम्मीदवार बनाया है।
नरेश यादव ने अपने त्याग पत्र में कहा कि आम आदमी पार्टी अब वो नहीं रही
जिसके लिए इसकी स्थापना की गई थी और कहा कि पार्टी अपनी मूल विचारधारा से भटक गई है।
‘संगठन में भ्रष्ठ लोगों को किया जा रहा शामिल’
पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के नाम लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा, “मैंने अपना पूरा
जीवन राजनीति को समर्पित कर दिया और आपके नेतृत्व में पूरी ईमानदारी और समर्पण
के साथ काम किया। मैंने आपके दृष्टिकोण को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास किया
और दी गई जिम्मेदारियों को पूरा करने में 100% योगदान दिया।” हालांकि, आज पार्टी अपनी
मूल विचारधारा से भटक गई है और अच्छे लोग जो ईमानदारी से काम करना चाहते हैं
उन्हें किनारे कर दिया गया है, जबकि भ्रष्ट आचरण में शामिल लोगों को संगठन में जगह दी जा रही है।