Ayurvedic treatment of fatty liver : फैटी लिवर को कम कर सकती है यह आयुर्वेदिक जड़ी बूटी जानें इस्तेमाल का सही तरीका!
January 30, 2025 2025-01-30 6:28Ayurvedic treatment of fatty liver : फैटी लिवर को कम कर सकती है यह आयुर्वेदिक जड़ी बूटी जानें इस्तेमाल का सही तरीका!
Ayurvedic treatment of fatty liver : फैटी लिवर को कम कर सकती है यह आयुर्वेदिक जड़ी बूटी जानें इस्तेमाल का सही तरीका!
Ayurvedic treatment of fatty liver : फैटी लिवर की समस्या आजकल तेजी से बढ़ती जा रही है। अक्सर शुरुआत में हम इसे सीरियसली नहीं लेते हैं
लेकिन, वक्त बढ़ने के साथ अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो फैटी लिवर का ग्रेड भी बढ़ सकता है !

फैटी लिवर की समस्या आजकल तेजी से बढ़ती जा रही है। अक्सर शुरुआत में हम इसे सीरियसली नहीं लेते हैं
लेकिन, वक्त बढ़ने के साथ, अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो फैटी लिवर का ग्रेड भी बढ़ सकता है
और यह बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकता है। पेट में हल्का दर्द रहना, वजन बढ़ना, नींद आने में मुश्किल
हमेशा थकान महसूस होना और खाना ठीक से न पचना, फैटी लिवर ग्रेड 1 के लक्षण हो सकते हैं।
गलत खान-पान और अनियमित जीवनशैली के कारण, नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (NAFLD) के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं।
लिवर कोशिकाओं में जमे हुए फैटी एसिड और ट्राइग्लिसराइड्स जमने के कारण, लिवर फैटी हो जाता है।
ऐसे में लिवर खुद को डिटॉक्स नहीं कर पाता है और शरीर में भी टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं।
लिवर को हमारे शरीर का पॉवर हाउस कहा जाता है और अगर लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा है
तो इसका सीधा असर, हमारे शरीर के फंक्शन्स और हमारी सेहत पर होता है।
फैटी लिवर के लक्षणों को रिवर्स करने में सही डाइट और लाइफस्टाइल के साथ
कई आयुर्वेदिक हर्ब्स मदद कर सकते हैं। पिप्पली इन्हीं में से एक है।
यह किस तरह फैटी लिवर में फायदा पहुंचा सकती है और इसे लेने का सही तरीका क्या है
इस बारे में आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानते हैं। यह जानकारी आयुर्वेदिक डॉक्टर आनंदी माहेश्वरी दे रही हैं।
फैटी लिवर में फायदा पहुंचा सकती है पिप्पली इस तरह करें डाइट में शामिल
पिप्पली को लॉन्ग पेपर भी कहा जाता है। इसे आयुर्वेद में एक रामबाण
औषधि माना जाता है, जो कई रोगों में फायदेमंद है।
पिप्पली में हेप्टोप्रोटेक्टेटिव गुण होते हैं। यह लिवर को हेल्दी रखने का काम करती है।
इससे फैटी लिवर के लक्षणों को काफी हद तक रिवर्स किया जा सकता है।
यह लिवर के लिए एक टॉनिक के तौर पर काम करती है
और कई आयुर्वेदिक दवाइयों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
यह लिवर सेल्स में हुए डैमेज को कम करती है। साथ ही, डाइजेशन को सुधारती है
और वजन कम करने में भी मदद कर सकती है।
इसमें यूजोनॉल जैसा प्राकृतिक एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है।
इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं, जो लिवर सेल्स को नुकसान पहुंचाने वाली
चीजों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं।
इसमें एंटी-अमीबिक गुण भी होते हैं। यह पेट में पैदा होने वाले बैड बैक्टीरिया को खत्म कर सकती है।
गैस, एसिडिटी, कब्ज या पेट में सूजन होने पर भी इसका सेवन फायदेमंद होता है।
यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद करती है।
1 चुटकी पिप्पली पाउडर को 1चम्मच शहद के साथ दिन में एक बार लें।