अमेरिका परमाणु परीक्षण ट्रम्प बयान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करेगा। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका के पास इतने परमाणु हथियार हैं कि वह दुनिया को 150 बार तबाह कर सकता है। ट्रंप ने रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान द्वारा परीक्षण जारी रखने का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिका अब पीछे नहीं रह सकता।
अमेरिका परमाणु परीक्षण ट्रम्प बयान ट्रंप द्वारा अमेरिका के रक्षा विभाग को दिए गए परमाणु परीक्षण शुरू करने के निर्देश
ट्रम्प ने यह घोषणा अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर की और कहा कि अमेरिका के परमाणु हथियारों की टेस्टिंग चीन और रूस के बराबर स्तर पर होनी चाहिए। यह कदम लगभग 33 साल बाद अमेरिकी परमाणु परीक्षण प्रतिबंध को तोड़ने जैसा माना जा रहा है, आखिरी बार अमेरिका ने 1992 में परमाणु परीक्षण किया था। ट्रंप ने अपने बयान में यह भी बताया कि परमाणु परीक्षण कब और कहां होंगे, इसकी जानकारी बाद में दी जाएगी।
ट्रम्प का परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करने का बयान

डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में कहा है कि अमेरिका परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करेगा। उनका कहना है कि रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान के परमाणु परीक्षणों को देखते हुए अमेरिका को पीछे नहीं रहना चाहिए।
अमेरिका के पास कितने परमाणु हथियार हैं
ट्रम्प के अनुसार अमेरिका के पास इतने परमाणु हथियार हैं कि वह पूरी दुनिया को 150 बार तबाह कर सकता है। यह क्षमता अमेरिका की परमाणु शक्ति का प्रतीक है।
वैश्विक परमाणु सुरक्षा पर ट्रम्प की चिंता
ट्रम्प ने वैश्विक परमाणु सुरक्षा के मुद्दे पर चिंता जताई है। वे मानते हैं कि कई देश छुपकर परमाणु परीक्षण कर रहे हैं, जिससे वैश्विक सुरक्षा खतरे में है।
अमेरिका की परमाणु नीति पर ट्रम्प की आलोचना
ट्रम्प ने वर्तमान प्रशासन की परमाणु नीति को कमजोर बताया है
और कहा है कि इसे और मजबूत किया जाना चाहिए
ताकि अमेरिका सुरक्षा में कोई कमज़ोरी न दिखाए।
ट्रम्प के बयान का वैश्विक राजनीतिक प्रभाव
ट्रम्प के बयान ने वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है।
इससे परमाणु निरस्त्रीकरण पर चल रहे प्रयासों को नुकसान पहुंच सकता है।
रूस, चीन, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया के परीक्षणों के बीच अमेरिका की स्थिति
ट्रम्प ने इन देशों के परीक्षणों का उल्लेख करते हुए कहा कि
अमेरिका भी अपनी परमाणु शक्ति का प्रदर्शन करे ताकि वैश्विक बैलेंस बना रहे।
भविष्य में अमेरिका के परमाणु परीक्षण के संकेत
ट्रम्प ने साफ संकेत दिए हैं कि अगर जरूरत पड़ी तो अमेरिका
परमाणु परीक्षणों को फिर से शुरू करेगा, ताकि सैन्य ताकत और महाशक्ति की स्थिति मजबूत हो।









