अक्षय कुमार शूटिंग घटना अक्षय कुमार की एक पुराने शूटिंग सेट की घटना आज फिर याद की जा रही है, जब दर्शकों ने उन पर 100 अंडे फेंके थे। कोरियोग्राफर ने बताया क्या हुआ था उस दिन।
अक्षय कुमार शूटिंग घटना शूटिंग की मुश्किलें और अक्षय का अनुशासन
#अक्षय कुमार शूटिंग के दौरान कई बार गंभीर हादसों का सामना कर चुके हैं, लेकिन उनकी अनुशासनबद्धता और प्रतिबद्धता उन्हें सबसे अलग बनाती है। हाल ही में, उन्होंने फिल्म हाउसफुल 5 की शूटिंग के दौरान एक स्टंट करते समय अपनी आंख में चोट लगने के बावजूद शूटिंग को रोकने के बजाय जारी रखा। उन्होंने कहा कि फिल्म की शूटिंग अंतिम चरण में है और वे देरी नहीं चाहते, इसलिए उन्होंने जल्दी ठीक होकर शूटिंग में लौटने का फैसला किया।
अक्षय कुमार का अनोखा अनुशासन

अक्षय कुमार को बॉलीवुड का सबसे अनुशासित अभिनेता माना जाता है। फिल्म ‘खिलाड़ी’ की शूटिंग के दौरान, जब उनके ऊपर 100 अंडे फेंके गए, तो उन्होंने तुरंत ही अपने तरीके से यह सीन पूरा किया। कोरियोग्राफर चिन्नी प्रकाश के अनुसार, अक्षय ने उस दर्द को झेला, लेकिन कभी कोई शिकायत नहीं की।
शूटिंग का दर्द और अंडे से बदबू
फिल्म ‘खिलाड़ी’ में उस सीन में लड़कियों को अक्षय पर अंडे फेंकने थे। अंडे फेंकने के बाद दर्द तो होता ही है, लेकिन उससे भी ज्यादा बदबू से परेशान करने वाली बात होती है। फिर भी, अक्षय ने बिना एक शब्द बोले, वह सीन पूरा किया, जो उनके प्रोफेशनलिज्म को दर्शाता है।
शूटिंग के दौरान अक्षय का साहस
अक्षय कुमार का यह हौसला और सच्चाई, उनके प्रोफेशनलिज्म का परिचायक है।
शूटिंग के इस सीन में, जहां 100 अंडे फेंके गए, अक्षय ने बिना किसी शिकायत के,
प्रदर्शन को पूरा किया। इस घटना ने उनके अनुशासन और समर्पण को और भी उजागर किया।
बड़ी मेहनत का फल
कोरियोग्राफर ने बताया कि इस सीन के लिए उनके ऊपर करीब
100 अंडे फेंके गए थे। दर्द और बदबू के बावजूद, अक्षय ने
उस समय भी अपने फोकस और मेहनत से दर्शकों का दिल जीता।
यह शूटिंग का एक प्रमुख उदाहरण है कि वह कितने मेहनती और अनुशासित हैं।
अक्षय का सादगीपूर्ण व्यवहार
अक्षय कुमार का यह अनुभव दिखाता है कि वह कितना सच्चे
और जमीन से जुड़े हुए कलाकार हैं। उनके साथ काम करने वाले सब्बूत बताते हैं
कि वह हमेशा अपने काम के प्रति ईमानदार रहते हैं और कभी भी नखरे नहीं दिखाते हैं।
शूटिंग का संघर्ष और सफलता
अक्षय ने इतनी कठिनाई के बावजूद, बिना किसी शिकायत के,
सीन को पूरा किया। इससे पता चलता है कि उनका संघर्ष और जुझारूपन कितना मजबूत है।
वह मार्मिक घटनाओं के बीच भी अपने लक्ष्य पर अडिग रहते हैं।
प्रेरणा स्रोत अक्षय कुमार
यह घटना सिर्फ शूटिंग का ही नहीं, बल्कि अक्षय की मेहनत और
अनुशासन का प्रतीक है। उनके इस समर्पण और सच्चाई से हर एक अभिनेता सीख सकता है
कि कठोर मेहनत और धैर्य से बड़े से बड़े दर्द को भी सहा जा सकता है।









