मनमोहक मेंहदी कला : मेंहदी कला भारतीय उपमहाद्वीप की एक प्राचीन और आकर्षक परंपरा है जो न केवल सौंदर्य का प्रतीक है बल्कि सांस्कृतिक धरोहर रीति-रिवाज और आधुनिक फैशन ट्रेंड्स का भी हिस्सा बन गई है। आज के समय में मेंहदी डिज़ाइन पारंपरिक और रचनात्मक दोनों रूपों में लोकप्रिय हैं।
मनमोहक मेंहदी कला : रचनात्मकता परंपरा और आधुनिकता का संगम!
मेंहदी कला भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है जो न केवल सौंदर्य का प्रतीक है, बल्कि सांस्कृतिक परंपराओं रीति-रिवाजों और आधुनिक फैशन ट्रेंड्स का भी अद्भुत संगम है आइए जानते हैं कैसे यह कला रचनात्मकता और परंपरा के साथ आज के ट्रेंड्स में भी अपनी जगह बनाए हुए है।
मेंहदी (Mehndi)

हिंदी और उर्दू में सबसे लोकप्रिय नाम।
शादी, त्योहार और धार्मिक अवसरों पर हाथ-पैरों की सजावट के लिए इस्तेमाल होती है।
इसमें प्राकृतिक ठंडक और औषधीय गुण होते हैं।
हिना (Henna)

अंग्रेज़ी और अरबी में प्रचलित नाम।
पश्चिमी देशों में भी टैटू और बालों को रंगने के लिए उपयोग होती है।
इसमें लाल-भूरी रंगत देने वाली Lawsone नामक डाई होती है।
मरण (Maruthani)

तमिल भाषा में मेंहदी को मरण कहते हैं।
दक्षिण भारत में विशेष रूप से विवाह और त्योहारों पर इसका उपयोग किया जाता है।
गोरंथी (Goranti)

तेलुगु भाषा में मेंहदी का यह नाम है।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में यह नाम प्रसिद्ध है।
मेण्डिका (Mendika)

संस्कृत में मेंहदी को मेण्डिका कहा जाता है।
प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में इसके औषधीय गुणों का उल्लेख मिलता है।
मयूरी (Mayuri)

कुछ स्थानों पर मेंहदी के पत्तों की आकृति के कारण इसे मयूरी भी कहा जाता है।
खासकर आर्ट और डिजाइन में इस नाम का प्रयोग होता है।
मेन्डी (Mendi)

पंजाबी और गुजराती में मेंहदी को मेन्डी कहा जाता है।
पंजाब और गुजरात में शादी-ब्याह में इसका विशेष महत्व है।
अल-हिना (Al-Henna)

अरबी देशों में मेंहदी को अल-हिना कहा जाता है।
रमजान ईद और अन्य धार्मिक अवसरों पर इसका उपयोग आम है।
लावसनिया इनरमिस (Lawsonia Inermis)

मेंहदी का वैज्ञानिक नाम।
इसकी पत्तियों से प्राकृतिक रंग प्राप्त किया जाता है जो त्वचा और बालों के लिए सुरक्षित है।
मेहंदी रचना (Mehndi Rachna)

डिजाइन या पैटर्न बनाने की प्रक्रिया को मेहंदी रचना कहते हैं।
भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में यह नाम प्रचलित है।
मेंहदी एक झाड़ीदार पौधा है, जिसकी पत्तियों को सुखाकर पीसने के बाद पाउडर बनाया जाता है। यह पाउडर पानी या नींबू के रस के साथ मिलाकर पेस्ट तैयार किया जाता है, जिसे हाथ-पैरों पर सजावटी पैटर्न के रूप में लगाया जाता है। मेंहदी के रंग का गहरा होना शुभता, प्रेम और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।