आधार लिंक्ड कॉलर नेम : भारत में टेलीकॉम सेक्टर में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। ट्रैक.इन की रिपोर्ट के अनुसार, 2026 से हर इनकमिंग कॉल पर स्क्रीन पर कॉल करने वाले का नाम और आधार से लिंक्ड डिटेल्स दिखाई देंगी। यह सुविधा CNAP (Caller Name Presentation) स्कीम के तहत आएगी। इस स्कीम से फ्रॉड कॉल, स्पैम और फिशिंग कॉल्स में काफी कमी आएगी। आइए जानते हैं पूरी डिटेल्स – CNAP क्या है, कैसे काम करेगी और कब से लागू होगी।
आधार लिंक्ड कॉलर नेम CNAP स्कीम क्या है?
CNAP का पूरा नाम Caller Name Presentation है। यह एक नई तकनीक है जिसके तहत जब कोई भी व्यक्ति आपको कॉल करेगा, तो आपके फोन की स्क्रीन पर कॉलर का नाम (जैसा आधार में दर्ज है) ऑटोमैटिक दिख जाएगा।
यह सुविधा TRAI (Telecom Regulatory Authority of India) और DoT (Department of Telecommunications) की पहल से आ रही है। अभी तक सिर्फ Truecaller जैसे ऐप्स नाम दिखाते थे, लेकिन CNAP से यह ऑपरेटर लेवल पर होगा – यानी ऐप की जरूरत नहीं पड़ेगी।

CNAP कैसे काम करेगी?
- आधार से लिंकिंग: सभी मोबाइल नंबरों को आधार से लिंक करना अनिवार्य है (अभी 90%+ लिंक हैं)।
- डेटाबेस: TRAI एक सेंट्रल डेटाबेस बनाएगा जिसमें मोबाइल नंबर और आधार से जुड़ा नाम स्टोर होगा।
- कॉल आने पर: जब कॉल आएगी, तो नेटवर्क स्विच इस डेटाबेस से नाम लेकर स्क्रीन पर दिखाएगा।
- प्राइवेसी: केवल नाम दिखेगा, पूरा आधार नंबर या अन्य डिटेल्स नहीं।
- ऑप्ट-आउट ऑप्शन: अगर कोई नहीं चाहता कि उसका नाम दिखे, तो वह ऑप्ट-आउट कर सकता है।
#CNAP के मुख्य फायदे
- फ्रॉड कॉल्स में कमी: बैंक, लोन, KYC फ्रॉड कॉल्स आसानी से पहचाने जा सकेंगे।
- स्पैम कॉल्स रुकेंगे: स्पैमर्स अपना नाम छिपा नहीं पाएंगे।
- सुरक्षा बढ़ेगी: महिलाओं और बुजुर्गों के लिए बहुत फायदेमंद।
- ट्रस्ट बढ़ेगा: असली बैंक या कंपनी का कॉल आसानी से पहचाना जाएगा।
- Truecaller जैसी ऐप्स की जरूरत कम: अब ऐप इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं।
CNAP कब से लागू होगी?
- पायलट प्रोजेक्ट: 2025 के अंत तक कुछ सर्कल में शुरू।
- फुल रोलआउट: जनवरी 2026 से सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स (Airtel, Jio, Vi) पर लागू।
- फेज-1: 2026 के पहले हफ्ते में 50% नंबरों पर।
- फेज-2: 2026 के अंत तक 100% कवरेज।
क्या कोई चुनौतियां हैं?
- प्राइवेसी का डर: कई लोग कह रहे हैं कि नाम दिखने से प्राइवेसी प्रभावित होगी।
- ऑप्ट-आउट कैसे होगा?: TRAI ने कहा कि ऑप्ट-आउट आसान होगा।
- टेक्निकल इश्यू: शुरुआत में कुछ नंबरों पर नाम गलत या नहीं दिख सकता।
- फर्जी नाम: अगर आधार में गलत नाम दर्ज है तो वही दिखेगा।
CNAP और Truecaller में अंतर
| पैरामीटर | CNAP (2026) | Truecaller (वर्तमान) |
|---|---|---|
| नाम दिखाना | ऑपरेटर लेवल, हर फोन पर | ऐप इंस्टॉल होना जरूरी |
| सटीकता | 100% आधार से | यूजर रिपोर्टिंग पर निर्भर |
| प्राइवेसी | नाम ही दिखेगा | ज्यादा डेटा शेयर होता है |
| लागू होना | सभी नंबरों पर | सिर्फ ऐप यूजर्स पर |
क्या करें अगर आप तैयार रहना चाहते हैं?
- सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक है।
- आधार में नाम सही है या नहीं चेक करें।
- 2026 में नए फीचर के लिए फोन अपडेट रखें।
- अगर नाम नहीं दिखाना चाहते तो ऑप्ट-आउट रजिस्टर करें।
CNAP स्कीम भारत में डिजिटल सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है। 2026 से हर कॉल पर नाम देखकर फ्रॉड से बचना आसान हो जाएगा। क्या आपको लगता है कि यह सुविधा जरूरी है? कमेंट में जरूर बताएं!












