गांधी नीतीश कुमार विवाद बिहार की राजनीति में हलचल, HAM की प्रचार गाड़ी से शराब की खेप मिली। राहुल गांधी ने नीतीश सरकार पर बोला जोरदार हमला।
गांधी नीतीश कुमार विवाद गयाजी जिले में HAM की प्रचार गाड़ी से 17 कार्टून शराब बरामद
गयाजी जिले में HAM (हालांकि इस पर पार्टी का स्पष्ट नाम रिपोर्ट में नहीं है) की प्रचार गाड़ी से 17 कार्टून शराब बरामद होने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस गाड़ी को जांच के दौरान रोका, और उसमें से बड़ी मात्रा में शराब की खेप पकड़ी गई। इस प्रचार गाड़ी पर दीपा मांझी का प्रचार सामग्री लगा था। इस सिलसिले में पुलिस ने कार्रवाई की और मामले की जांच जारी है।
HAM प्रचार गाड़ी से 17 कार्टून शराब बरामद, जांच शुरू

गयाजी जिले में HAM पार्टी की प्रचार गाड़ी से 17 कार्टून शराब बरामद होने की खबर ने बिहार चुनावी माहौल को और गरमाया है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना राज्य में जारी शराबबंदी की विफलता को उजागर करती है और विपक्ष ने इसे सरकार की नाकामी बताया है। राहुल गांधी ने इस मामले को लेकर नीतीश सरकार पर तीखा हमला भी किया है, कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।
राहुल गांधी का नीतीश सरकार पर हमला, शराबबंदी की पोल खुली
राहुल गांधी ने बिहार के औरंगाबाद में एक चुनावी जनसभा में शराब की तस्करी मामले को लेकर नीतीश कुमार की सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार केवल खुद को बचाने के लिए शराबबंदी का ढोंग कर रही है, लेकिन असल में शराब माफिया खुलकर अपना काम कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं के लिए रोजगार हमले के मुद्दे को भी उठाया और बिहार में विकास के अभाव पर सवाल खड़े किए।
बिहार चुनाव 2025: शराबबंदी बनी राजनीतिक मुद्दा
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में शराबबंदी और शराब तस्करी का मुद्दा प्रमुख हो गया है। HAM की प्रचार गाड़ी से शराब बरामदगी के बाद विपक्ष ने सत्ताधारी नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। यह मामला राज्य की शराबबंदी नीति की वास्तविकता को लेकर सवाल खड़े करता है और चुनावी राजनीति में इसका व्यापक असर पड़ने की संभावना है।
HAM प्रचार गाड़ी से शराब बरामदगी और पांचवें चरण के मतदान का असर
गयाजी जिले में प्रचार गाड़ी से शराब बरामदगी का राजनीतिक असर चुनाव के
पांचवें चरण के मतदान पर भी दिखने लगा है। विपक्षी दल इसे सरकार की विफलता बताते हुए
प्रचार में इसका जोर-शोर से उपयोग कर रहे हैं। जनता में भी इस मामले को लेकर नाराजगी बढ़ रही है,
जिससे सत्ताधारी दल की चुनौती और बढ़ गई है।
शराबबंदी कानून के बीच शराब की तस्करी कैसे हो रही जारी?
हाल के वर्षों में बिहार में शराबबंदी लागू है, लेकिन HAM की प्रचार गाड़ी से
शराब बरामदगी जैसी घटनाएं यह दिखाती हैं कि अवैध शराब का कारोबार
राज्य में लगातार फल-फूल रहा है। फोन पर घर-घर शराब पहुंचाना आम बात बन गई है।
यह स्थिति कानून के प्रभावहीन होने की बानगी है जो सरकार के लिए चिंता का विषय है।
नीतीश सरकार की शराबबंदी नीति पर संशय और विपक्ष की प्रतिक्रियाएं
पिछले कुछ हफ्तों में शराब तस्करी के खुलासे नीतीश सरकार की
शराबबंदी नीति पर सवाल उठा रहे हैं। विपक्षी दलों ने सरकार को भ्रष्टाचार
और माफिया के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया है।
राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने इस विषय पर अपनी आवाज बुलंद कर
नीतीश सरकार की आलोचना की है, जो चुनावी राजनीति का अहम हिस्सा बन गया है।
बिहार चुनाव के बीच शराबबंदी मुद्दे पर राजनीति का रंग
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान शराबबंदी का मुद्दा सत्ताधारी
और विपक्षी दलों के बीच तीव्र राजनीति का विषय बन चुका है।
HAM की प्रचार गाड़ी से शराब बरामदगी ने इस बहस को और तेज कर दिया है।
यह मुद्दा युवाओं और महिलाओं के बीच भी चर्चा का विषय बन रहा है,
जिससे चुनावी नतीजों पर इसका गहरा असर होने की संभावनाएँ बन रही हैं।









