साबरमती बीजी (Sabarmati BG) : इतिहास महत्व और भविष्य!
May 5, 2025 2025-05-05 3:58साबरमती बीजी (Sabarmati BG) : इतिहास महत्व और भविष्य!
साबरमती बीजी (Sabarmati BG) : इतिहास महत्व और भविष्य!
साबरमती बीजी (Sabarmati BG) : भारतीय रेलवे के पश्चिम रेलवे ज़ोन के अहमदाबाद मंडल में स्थित एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है। इसका स्टेशन कोड SBIB है और यह साबरमती, अहमदाबाद, गुजरात में स्थित है। साबरमती जंक्शन दो हिस्सों में बंटा हुआ है-साबरमती जंक्शन (SBT) और साबरमती जंक्शन बीजी (SBIB)। साबरमती बीजी अहमदाबाद–दिल्ली मुख्य लाइन, अहमदाबाद–गांधीनगर लाइन और अहमदाबाद–बोटाद लाइन पर स्थित है, जिसमें कुल सात प्लेटफॉर्म हैं1।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

साबरमती बीजी का रेलवे स्टेशन अहमदाबाद जंक्शन से लगभग 6 किलोमीटर दूर है और यह ऐतिहासिक साबरमती आश्रम के पास स्थित है। यह स्टेशन न केवल यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण जंक्शन है, बल्कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के ऐतिहासिक स्थलों के करीब होने के कारण भी प्रसिद्ध है। यहाँ से दिल्ली, जयपुर, गांधीनगर, बोटाद आदि प्रमुख शहरों के लिए ट्रेनें चलती हैं1।
विकास और सुविधाएँ
साबरमती बीजी स्टेशन को 2010 में दिल्ली जाने वाली ट्रेनों के लिए अतिरिक्त टर्मिनल के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव रखा गया था। यहाँ यात्रियों की सुविधा के लिए डेडिकेटेड रेल यार्ड, पार्किंग, फुटओवर ब्रिज, वेटिंग रूम, रिटेल शॉप्स, फूड स्टॉल, एंटरटेनमेंट वेन्यू, व्हीलचेयर फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्रीन कंस्ट्रक्शन जैसी आधुनिक सुविधाएँ विकसित की जा रही हैं। स्टेशन को अहमदाबाद मेट्रो, बस सेवाओं और ऑटो रिक्शा स्टैंड से भी जोड़ा गया है1।
रेलवे इंजन शेड
साबरमती में डीज़ल लोको शेड भी है, जहाँ 121 से अधिक EMD इंजन (जैसे WDP-4D, WDG-4, WDG-4D, WDG-5) रखे जाते हैं। यह शेड पश्चिम रेलवे के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है1।
पुनर्विकास और भविष्य की योजनाएँ
भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम (IRSDC) ने साबरमती जंक्शन को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप
के तहत पुनर्विकसित करने का निर्णय लिया है। यहाँ का थीम ‘दांडी मार्च’ पर आधारित है
जो महात्मा गांधी द्वारा यहीं से शुरू किया गया था। प्रस्तावित मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड बुलेट
ट्रेन कॉरिडोर भी इसी स्टेशन से होकर गुजरेगा। स्टेशन का पुनर्विकास लगभग ₹125 करोड़ की लागत से किया जा रहा है
और इसका क्षेत्रफल लगभग 4.83 लाख वर्ग मीटर है। पुनर्विकसित स्टेशन में बुलेट ट्रेन
कॉरिडोर के लिए विशेष पैसेंजर पासेज, मेट्रो कनेक्टिविटी और अत्याधुनिक यात्री सुविधाएँ होंगी13।
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व
साबरमती बीजी के पास स्थित साबरमती आश्रम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का केंद्र रहा है।
महात्मा गांधी ने यहीं से 1930 में ऐतिहासिक दांडी मार्च की शुरुआत की थी
जिसने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ सविनय अवज्ञा आंदोलन को नई दिशा दी थी
245। स्टेशन का पुनर्विकास भी इसी ऐतिहासिक विरासत को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है।
साबरमती बीजी न केवल एक आधुनिक रेलवे जंक्शन है, बल्कि यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम
गांधीवादी विचारधारा और भविष्य के हाई-स्पीड रेलवे नेटवर्क का संगम स्थल भी है।
इसका पुनर्विकास अहमदाबाद और पूरे गुजरात के लिए गर्व का विषय है
जो यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएँ और ऐतिहासिक अनुभव दोनों प्रदान करेगा।