नशा था उनके प्यार का, जीस में हम खो गए, उन्हें भी नहीं पता चला, के कब हम उनके हो गए !
प्यारा सा एहसास हो तुम, हर पल मेरे पास हो तुम, जीने की एक आस हो तुम, मन का एक विश्वास हो तुम, शायद इसलिए, कुछ खास हो तुम !
दिल की आवाज को इजहार कहते है, झुकी निगाह को इकरार कहते है, सिर्फ आपने का नाम इश्क नहीं होता, कुछ खोने को भी प्यार कहते है !
कोन कहता है मोहब्बत की जुबान होती है, होंठों के बिना खुले ही हकीकत बया होती है, इश्क वो खुदाई है मेरे दोस्त, जो लफ्जों से नहीं आँखों से बया होती है !
तुम्हारी हंसी की एक झलक याद आती है, ज़िंदगी की हर शम सुबह बन जाती है, जब से देखा है तुझे दिल की आँखों से, हर शकल बस तेरी ही नजर आती है !
मैं दीवाना हूँ यार मुझे इनकार नहीं, कैसे कह दु के मुझे तुम से प्यार नहीं, कुछ शरारत तो तेरे नज़रों मे भी थी, मैं अकेला ही तो इसका गुन्हेगार तो नहीं !
प्यार वो नहीं जिस मैं जीत और हार हो, प्यार कोई चीज नहीं जो हर वक्त तैयार हो, प्यार वो है जिस मैं किसी के आने का एतबार ना हो, फिर भी इंतज़ार हो!