इश्क है या इबादत अब कुछ समझ नहीं आता, एक खूबसूरत ख्याल हो तुम जो दिल से नहीं जाता।
जिसको दुआओं में मांगा तू है वही रहनुमा, तेरे बिना मुश्किल है एक भी कदम चलना..!
कुछ चीज दिल को सुख देती है, आपकी बात उसमे सबसे पहले आती है...!
मेरी रूह तरसती है तेरी खुशबू के लिए, तुम कहीं और महको तो दर्द होता है। !
जो में वक्त बन जाऊ, तुम बन जाना लम्हा, मैं तुझ में गुजर जाऊं, तुम मुझ में गुजर जाना!!
इस कादर बेताबी ना बड़ा ये बरुखी है सनम; मुझे तू इस जहान से ले जा है प्यार का सहारा बन!!
तुम्हे हजार बार देखर भी दिल नहीं भरता, हर बार दिल कहता है बस एक बार और...!!