जिंदगी मे एक किस्सा गज़ब का देखा ज़िंदे को डूबता और मुर्दे को तैरता देखा
ऐ दोस्त आसमां में मत ढूंढ अपने सपनों को, सपनों के लिए ज़मीं भी जरूरी है