कभी भी किसी पर आँख बंद करके भरोसा ना करें, क्योंकि ये दुनिया इतनी भी अच्छी नही कि आपके भरोसे को कायम रख सके
दुआ कभी साथ नही छोड़ती और बद्दुआ कभी पीछा नही छोड़ती। जो दोगे वही लौटकर आएगा। फिर चाहे वह इज्ज़त हो या धोखा
ख़त्म तो सब धीरे धीरे होता है, बस पता अचानक चलता है
मौन रहना एक साधना है और सोच समझ कर बोलना एक कला है
जो व्यक्ति स्पष्ट, साफ, सीधी बात करता है उसकी वाणी तीव्र एवं कठोर ज़रूर होती है लेकिन ऐसा व्यक्ति कभी किसी को धोखा नही देता
झाड़ू में जब तक बंधन होता है तब तक वो कचरे को साफ करता है बंधन खुल जाने पर झाड़ू खुद कचरा बन जाता है; इसलिए हमेशा अपनो से बंधे रहिए, क्योंकि अनेकता में एकता होती है
लक्ष्य के आधे रास्ते पर जाकर कभी वापस न लौटें… क्योंकि वापस जाने पर भी आधा रास्ता पार करना पड़ता है