चलो मर जाते हैं आपकी अदाओं पर ये तो बता दो जान, दफ़न बाहों में करोगे या सीने पर
अल्फाजों की कमी है तुम्हें बताऊँ कैसे पहली बार तो मोहब्बत की है, तुम्हें जताऊँ कैसे
तूम मेरी वो स्माइल हो,जिसे देखकर, सब घर वाले मुझ पर शक करते हैं
इसी कशमकश का नाम मोहब्बत है, आँखों में समंदर हो फिर भी प्यास रहती हैं
तेरी यादें, तेरी बातें, बस तेरे ही फसाने है, हाँ कबूल करते है, कि हम तेरे दीवाने है