तुम मेरा वो सुकून हो जो मैं किसी को ना दूं
मुझे लाखों की जरूरत नहीं है तुम करोड़ों में एक हो
दिल में सुकून आँखों में आराम सा हैं तुम्हारा इश्क बनारस कि शाम सा है
मेरी मोहब्बत पर कभी शक मत करना तेरे बिना भी हम तेरे ही हैं
एक शख्स मेरी आखरी मोहब्बत है और वो सिर्फ तुम हो