शादी में दुल्हन मेहंदी से हाथों में क्यों लिखवाती है पति का नाम
November 29, 2024 2024-12-02 8:41शादी में दुल्हन मेहंदी से हाथों में क्यों लिखवाती है पति का नाम
शादी में दुल्हन मेहंदी से हाथों में क्यों लिखवाती है पति का नाम
शादी में दुल्हन के हाथ-पैर में मेहंदी लगाने की खास परंपरा होती है, जिसे मेहंदी रस्म कहा जाता है
और यह परंपरा सदियों से चली आ रही है. हिंदू धर्म में तो मेहंदी को 16 श्रृंगार में एक माना गया है.
प्रेम और समर्पण का प्रतीक
मेहंदी में पति का नाम लिखवाना दुल्हन के अपने जीवनसाथी के
प्रति प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। यह उनके रिश्ते को और भी खास बनाता है।
मंगलकामना और शुभता
भारतीय संस्कृति में मेहंदी को शुभ माना जाता है। इसमें पति का नाम
लिखवाने से यह विश्वास होता है कि उनका रिश्ता हमेशा मजबूत और खुशहाल रहेगा।
मनोरंजन और रसमों का हिस्सा
शादी के उत्सवों में यह परंपरा एक मजेदार खेल का रूप ले लेती है।
मेहंदी में पति का नाम ढूंढने का खेल शादी के माहौल को और रोचक बनाता है।
सामाजिक और पारंपरिक महत्व
यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। यह भारतीय संस्कृति की धरोहर है,
जो शादी को एक पवित्र और महत्वपूर्ण बंधन के रूप में सम्मानित करती है।
रिश्ते की निजता और गहराई
पति का नाम छुपाकर लिखवाना यह दर्शाता है
कि दुल्हन और दूल्हे का रिश्ता एक निजी और गहराई भरा बंधन है।
सौभाग्य का प्रतीक
मान्यता है कि मेहंदी जितनी गहरी रंग लाती है,
दूल्हा-दुल्हन का प्यार उतना ही गहरा होता है।
आधुनिक और पारंपरिक मिलन
आज के समय में दुल्हनें इसे सिर्फ परंपरा के लिए नहीं, बल्कि अपनी पसंद
और आधुनिकता के साथ जोड़कर करती हैं। यह उनकी
व्यक्तिगत भावनाओं को व्यक्त करने का तरीका भी बन गया है।
यह परंपरा केवल एक नाम लिखवाने तक सीमित नहीं है,
बल्कि यह शादी के उत्सव में प्रेम और उत्साह बढ़ाने का एक खूबसूरत तरीका है।