तेरे बिना जीने का मतलब नहीं, बस सांस लेते रहने का नाम है जिंदगी।

दर्द इतना गहरा है कि दिखता नहीं, पर हर खुशी में तेरी याद छुपी है।

रोना भी आता नहीं, हंसना भी आता नहीं, बस तेरे बिना जीने का अभ्यास हो गया है।

तुम्हारी यादों का साया इतना गहरा है, कि खुद से भी दूर हो गया हूं मैं।

तेरे बिना हर पल अधूरा सा लगता है, जैसे ख्वाबों में भी तू नहीं आता।

दिल टूटा तो चुप रहा, आंसू बहाए तो लोग हंस पड़े।

तेरी यादों के सहारे जी रहा हूं, वरना जिंदगी तो बस एक बोझ बन गई है।

तुम्हारी कमी का एहसास इतना गहरा है, कि हर खुशी में एक सिसकी छुपी है।

तुम्हारे बिना हर मुस्कान झूठी लगती है, जैसे दिल में कोई चुपके से रोता है।

तुम्हारी यादों का जहर इतना कड़वा है, कि हर खुशी का स्वाद फीका पड़ गया है।