अब मेरे घर के उदास दरवाजे मत खोलो, हवा का शोर मेरी उलझन बढ़ा देता है।
तुम ना समझे थे और ना समझना चाहते थे, हमारे दिल में क्या है कभी पूछना नहीं चाहते थे।
उनकी खामोशियां बोल देती है जिनकी बात नहीं होती, प्यार वो भी करते हैं जिनकी कभी मुलाकाते नहीं होती।
तेरी यादों में खोकर रोता हूँ, जिन्दगी बिना तुझे अधूरा है।
तुझसे जुदा होकर भी दिल को बेचैनी है, तेरी यादों का आलम यही है मेरी ज़िंदगी।