बादलों की छाँव में छुपा, ख्वाबों का आँचल सजा। मन की गहराइयों से उठी, मेरी धड़कनों की दास्ताँ सजा।

खुशियों की महफ़िल सजी, ग़मों का सितारा गया। इस ज़िन्दगी की राहों में, कभी हस्ती, कभी रौंदा।

सपनों का गुज़रा ज़माना, मुझसे कुछ माँगा, कुछ दिया। कभी रात का साया, कभी सवेरा, हर पल एक नई कहानी सजी।

माँ की यादों का ज़रा सा सा, छू गया मन को ये तुफ़ान। जीने की राहों में सितारों की रोशनी, माँ की शान थी, माँ की ज़िन्दगी की कहानी।

जब सामने आए वो माँ की ममता की बात, दिल में उतर आये खुशियों के सागर के साथ। उनकी गोदी में हर बुरी बात से मिलता है आराम, माँ के प्यार का कोई मोल नहीं, है यह संसार का सौभाग्य।