सपनों का गुज़रा ज़माना, मुझसे कुछ माँगा, कुछ दिया। कभी रात का साया, कभी सवेरा, हर पल एक नई कहानी सजी।
जब सामने आए वो माँ की ममता की बात, दिल में उतर आये खुशियों के सागर के साथ। उनकी गोदी में हर बुरी बात से मिलता है आराम, माँ के प्यार का कोई मोल नहीं, है यह संसार का सौभाग्य।