ज़रूर कुछ अच्छे कर्म किए है मैंने , इसीलिए तो आप मिल गये हमें.

किसी का हाँथ तभी पकड़ना जब , आप उसका साथ निभा सकते हो.

उस बक्त बहोत ज़्यादा याद आने लगती है तुम्हारी, जब मेरी तुमसे बात नहीं होती.

कभी उदास मत हुआ करो आप मैं हूँ ना, हर परिस्थिति में आपका साथ देने के लिए.