जब रौशनी ने छोड़ा साया, तब आई ख़याल तेरा दिलाया। धुंध में खोया था मैं जब, तेरी यादों ने राह दिखाया।

चाँदनी की चादर में लिपट, तेरी यादें मुझे सजा गई। अब भी हर रात में तू मेरे साथ है, तेरी यादों ने सपने में बुला गई।

तेरी ख़ुशबू से मिली हवा भी, दिल को हयात सा बना दी। तू नहीं है फिर भी तेरी यादें, मेरी ज़िन्दगी की रौशनी बना दी।

एहसास की गहराईयों में, दिल की धड़कनों की आवाज़ में, दो दिलों की मिलनी है यहाँ, शादी की खुशियों की रिवाज़ में।

साथ होंगे हम अब तुम्हारे, हर रोज़ बनेगी नई कहानी, मिलकर चलेंगे हम सब को देख, खुशियों से भरी ये जिंदगी की कहानी।