ज़िंदगी से हर उम्मीद खो चुके हैं हम, अब तो बस यूँ ही जी रहे हैं हम। हर ख़्वाब टूट कर बिखर गया है, अब सिर्फ़ तन्हाईयों में ही जी रहे हैं हम।

तुमसे मिलकर ये एहसास हुआ कि, प्यार करने की सज़ा ही मिलती है। दिल टूटता है और आँसू बहते हैं, और फिर तन्हाई में ही ये रातें कटती हैं।

चाहत की राह में हम अकेले रह गए, जिनसे थी उम्मीदें वो सारे बदल गए। दिल में एक दर्द सा बसा है, जिसकी कोई दवा नहीं है, वो ग़म हम सह गए।

प्यार के सफर में हम सफर ही बन गए, तुम मिले भी तो बस एक दर्द दे गए। अब तो हर रात नींद नहीं आती, दिल की हर धड़कन में तुम्हारी यादें बस गईं।