हम अधूरे लोग हैं हमारी न नींद पूरी न ख्वाब पुरे और न ही मोहब्बत पूरी हुई

पता नही मेरी किस्मत किसने लिखी है कमबख्त हर चीज अधूरी छोड़ रखी हैं

जी भर गया हैं खुद से पर क्या करूं मौत आती ही नही

कुछ दर्द जिंदगी में ऐसे मिले जिन्होंने जान भी ले ली और जिन्दा भी छोड़ दिया

जिंदगी रही तो याद सिर्फ तुम्हें ही करते रहेंगे भूल गए तो समझ जाना अब हम जिंदा नही रहे