ख़ुशी की वो रात आ
गयी कोई गीत बजने
दो, गाओ रे कोई गीत.
अच्छा लगता है जब
कोई हमारी परवाह
हमसे ज्यादा करता है
रहना यूँ तेरे ख्यालों में,
ये मेरी आदत हैं, कोई
कहता इश्क कोई
कहता इबादत हैं
सारे जहां में छा रही है
आपकी प्रसिद्धि मिले
आपको हर कार्य में
सिद्धि ही सिद्धि
बूँद की प्यास हो और नदी
मिल जाये दोनो को जहाँ
भर की ख़ुशी मिल जाये