ईश्वर की कृपा से ही शादी का रिश्ता जुड़ता है ।
शादी वाले घर में मेहमानों के आने से खुशि उमड़ता है ।।
मण्डप सजा हुआ है महफिल यहाँ जमीं है ।
हर कोई दिख रहा है , बस आपकी कमी है ।।
खुशियों की रात होगी , उत्सव ज़रा हट के होगा ।
मेरे यहाँ शादी है , अन्दाज जरा हट के होगा ।।
आते हैं जिस भाव से भक्तों के भगवान ।
उसी भाव से दर्शन दें आप भी श्रीमान ।।
गंगा की आंचल से सुर-सरिता की धार रहे ।
सफल रहे यह जोड़ी जब तक यह संसार रहे ।।