शहर में मेरे रात भर पटाखों का शोर गूंजा इसी बहाने ही सही, मन की मायूसी मौन तो हुई

खुश रहने का सबसे सरल और सटीक तरीका है कि आप अपने जीवन की रंगोली में खुद रंग भरें…

मिठाइयों की मिठास आपके जीवन को सरल बना दे दिवाली का यह त्यौहार आपको खुशियों से मिला दे

छत पर रखा एक चिराग, आसमान को रोशन कर गया दिवाली की दस्तक क्या हुई, खुशियों से दामन भर गया…

कहीं शोर मचा पटाखों का, शुभ सबकी दिवाली हो गई कहीं सन्नाटा पसरा पर्वों पर और रात काली हो गई…