तलाश दिल की आज भी अधूरी है, सांसों से ज्यादा आज भी तू ज़रूरी है
जाने उस शख्स को कैसा ये हुनर आता है रात होती है तो आंखों में उतर आता है मैं उसके ख्याल से निकलूं तो कहां जाऊं वो मेरी सोच के हर रास्ते पर नज़र आता है
अपने आसमान से मेरी ज़मीन देख लो, तुम ख्वाब आज कोई हसीन देख लो, अगर आजमाना है ऐतबार को मेरे तो, एक झूठ तुम बोलो और मेरा यकीन देख लो
कैसे कहूं कि इस दिल के लिए, कितने खास हो तुम..! फासले तो कदमों के हैं पर, हर वक्त दिल के पास हो तुम
तेरी चाहत के बिना इबादत अधूरी है मेरी तुम जिंदगी हो मेरी तुम बिन जिंदगी अधूरी है मेरी