गूगल को नामक नवागंतुक से निर्मम प्रतिस्पर्धा मिल रही है हो सकता है कि
November 5, 2024 2024-11-05 7:48गूगल को नामक नवागंतुक से निर्मम प्रतिस्पर्धा मिल रही है हो सकता है कि
गूगल को नामक नवागंतुक से निर्मम प्रतिस्पर्धा मिल रही है हो सकता है कि
Introducation : गूगल को
नई दिल्ली: क्या दुनिया की सबसे बड़ी वेब सर्च कंपनी गूगल किसी संकट से गुजर रही है मौजूदा हालातों को देखते हुए संकट भले ही तुरंत न दिख रहा हो, लेकिन उसे अभी से दूसरी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है।
नई दिल्ली: क्या दुनिया की सबसे बड़ी वेब सर्च कंपनी गूगल किसी संकट से गुजर रही है?
मौजूदा हालातों को देखते हुए संकट भले ही तुरंत न दिख रहा हो
लेकिन उसे अभी से दूसरी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है।
सबसे बड़ी टक्कर AI कंपनी OpenAI के ChatGPT से है।
ChatGPT ने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) वेब सर्च इंजन लॉन्च किया है।
गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट को सबसे ज्यादा रेवेन्यू गूगल सर्च इंजन से मिलता है।
गूगल को विज्ञापनों के जरिए मोटी कमाई होती है। इसके बाद अल्फाबेट यूट्यूब
से कमाई करती है। लेकिन गूगल सर्च इंजन की कमाई अब बंटने वाली है।
एआई ने पहले ही गूगल के लिए मुश्किलें खड़ी कर रखी हैं।
वहीं चैटजीपीटी के वेब सर्च इंजन ने चालू होकर गूगल को और मुश्किल में डाल दिया है।
गूगल को नामक नवागंतुक से निर्मम प्रतिस्पर्धा मिल रही है हो सकता है कि
2 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति दांव पर
गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट का मार्केट कैप 2.12 ट्रिलियन डॉलर
(करीब 180 लाख करोड़ रुपए) है। गूगल की शुरुआत सितंबर
1998 में हुई थी। यानी यह कंपनी करीब 26 साल पुरानी है।
ओपनएआई का मार्केट कैप 157 बिलियन डॉलर (करीब 13 लाख करोड़ रुपए) है।
ऐसे में गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट का मार्केट कैप ओपनएआई
से 10 गुना से भी ज्यादा है। वहीं ओपनएआई की स्थापना
2015 में हुई थी। यानी यह कंपनी करीब 9 साल पुरानी है।
हालाँकि, OpenAI ने नवंबर 2022 में एक जनरेटिव AI चैटबॉट के रूप में ChatGPT
लॉन्च किया। ChatGPT अब आधिकारिक तौर पर एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
(AI) वेब सर्च इंजन है। आने वाला समय Google के कारोबार को नुकसान पहुँचाने वाला है।
गूगल को अब 9 साल पुरानी कंपनी से कड़ी टक्कर मिल रही है। जिस तरह
से कंपनी सर्च इंजन के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग कर रही है, उसे देखते हुए
ऐसा लग रहा है कि गूगल की 2 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की संपत्ति दांव पर लगी है।
गूगल सबसे ज्यादा राजस्व देता है
गूगल सर्च से अल्फाबेट को सबसे ज्यादा राजस्व मिलता है।
कुल राजस्व में आधे से ज्यादा का योगदान गूगल सर्च से होता है।
गूगल को नामक नवागंतुक से निर्मम प्रतिस्पर्धा मिल रही है हो सकता है कि
गूगल की सबसे बड़ी चिंता रेवेन्यू को लेकर होगी। एआई आधारित सर्च इंजन
यूजर को वही जानकारी देता है जो वो चाहता है।
जबकि गूगल उस विषय से जुड़ी ढेरों फाइलें यूजर के सामने लाता है।
ऐसे में यूजर को किसी भी फॉर्म में सही फाइल या
रिजल्ट को खोजने या चुनने में काफी समय लगता है।
यही वजह है कि अब कई यूजर सर्च के लिए AI आधारित प्लेटफॉर्म का
इस्तेमाल कर रहे हैं। गूगल ने भी बार्ड नाम से AI प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था,
लेकिन यह चैटजीपीटी का मुकाबला नहीं कर सका। ओपनएआई जैसे
प्लेयर्स के वेब सर्च मार्केट में उतरने पर इन कंपनियों के बीच सर्च वॉर देखने
को मिल सकता है। साथ ही इन कंपनियों में कमाई को लेकर भी प्रतिस्पर्धा शुरू हो जाएगी।